बद्दुआ – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

——————————          हम तो खुद ही तुमसे माफी मांगने आए हैं बहुरिया, बद्दुआ ना देना। अब तो परमात्मा ने तुम्हारी सुन ली, पुरानी बातों को मन से निकाल दो हम तो तुमसे  कुछ भी सिर्फ इसलिए ही कही कि तुम कुछ समझ लो। तुम कहां से इलाज कराया बता दो बहुरिया तुम्हारी ननद सुशीला को बालक … Read more

बहुरानी रोज रोज पैर ना छुआ करो! – मधू वशिष्ठ

कई बार तो ऐसा लगता था मानो उठते ही कोई दौरा पड़ गया या चक्कर आ गए। जी हां घर में नियम था, सवेरे शाम घर के हर बड़े के पैर छूना। नहीं-नहीं, पैर छूने में कोई परेशानी नहीं थी समस्या तब आती थी जब यह फैसला करना कठिन हो जाता था शाम के पैर … Read more

सेवानिवृत – मधु वशिष्ठ

        मोहन जी बिस्तर पर लेटे हुए थे, सुमित्रा जी सोफे से वाकर के सहारे चलती हुई मोहन जी के बिस्तर तक जाकर फ्लास्क में से पानी को गिलास में डालकर उन्हें दवा देने लगी और बोली आज शांताबाई  कह कर गई है कि अब वह 5 दिन बाद राखी का त्यौहार मना कर ही आएगी। … Read more

कर्मों का चक्र तो चलता ही रहता है। – मधु वशिष्ठ

——————–           बहुत समय बाद भावना को एक सेमिनार के सिलसिले में दिल्ली आना पड़ा। पूरी रात मां के साथ पुरानी यादें ताजा करते रहे। क्योंकि सेमिनार स्थल उनके पुराने घर के पास था तो भावना ने सोचा  कि वह ताई जी और ताऊ जी से मिलकर ही सेमिनार स्थल पर जाएगी।   उनका बचपन उसे पुराने … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे। – मधु वशिष्ठ

परिस्थिति जन्य सुख और दुख तो सबके जीवन में ही घटित होते हैं लेकिन यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है कि किस परिस्थिति में उसकी क्या प्रतिक्रिया होगी ।इस संदर्भ को मैं प्रमाणित नहीं कर पाती, अगर मैं सौभाग्य से मालती जी से ना मिली होती तो।    मेरे इस नए घर से कुछ ही … Read more

यह गंवार औरत मेरी मां है। – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

      पापा मेरे स्कूल के सारे बच्चों ने स्पाइडर-मैन देख ली है, इस इतवार को हम भी पिक्चर देखने जाएंगे, राहुल  लाड करते हुए पापा से बोला। हां बहुत दिन हो गए, मुझे भी बहुत सा सामान खरीदना है, चलो मैं भी वहां माल के स्टोर से ही कुछ सामान भी खरीद लूंगी, नित्या ने कहा। … Read more

झूठे दिखावे से जिंदगी नहीं चलती – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi :

आज फिर नीता के ही दोनों बच्चे विनर घोषित किए गए हैं। स्कूल मैं फैंसी ड्रेस शो था। मीनल ने अपने बच्चों को फैंसी ड्रेस  शो में बेटी को फूल और बेटे को खरगोश बनाया था और इसके लिए वह बाजार से काफी महंगी ड्रेस किराए पर लाई थी, इसके विपरीत नीता ने बेटे को … Read more

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