झूठे दिखावे से जिंदगी नहीं चलती – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi :

आज फिर नीता के ही दोनों बच्चे विनर घोषित किए गए हैं। स्कूल मैं फैंसी ड्रेस शो था। मीनल ने अपने बच्चों को फैंसी ड्रेस  शो में बेटी को फूल और बेटे को खरगोश बनाया था और इसके लिए वह बाजार से काफी महंगी ड्रेस किराए पर लाई थी, इसके विपरीत नीता ने बेटे को … Read more

साजिश – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

 निधि और पवन शादी के बाद मनाली घूमने चले गए थे और पिछली रात ही वापस घर लौटे थे। पवन की तीनों बहनें और उनके बच्चे अभी घर में ही थे। शायद शादी के बाद तीनों बहनें अभी विदा नहीं हुई थी। पवन परिवार में सबसे छोटा तीन विवाहित बहनों का लाडला भाई था और … Read more

बहुरानी बेशक घर गंदा ही रहने दो – मधु वशिष्ठ :  Moral Stories in Hindi

हर समय ताने मारने वाली सासु जी को जाने क्या हो गया कि अब वह कुछ भी फैला होने पर नीता को कुछ भी नहीं कहती थीं| क्योंकि अक्सर धूप सामने ही आती थी, नीता जब भी बिट्टू के या बाबूजी के कपड़े सामने सुखाती तो सासु मां हमेशा सामने वाले घर को दिखाकर घर … Read more

जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

जब तुम मां बनोगी तब पता चलेगा, घर में तो सबसे ऐसा सुनने की आदत ही डाली हुई थी निधि ने लेकिन अब तो दफ्तर में भी यही हो रहा था। निधि ने अपने सारा काम निपटाने के लिए लंच भी नहीं करा था और जब समय पर वह घर जाने के लिए उठी तभी … Read more

कठोर कदम – मधु वशिष्ठ

अगर तुम चाहते हो तुम्हारा तलाक तो हो ही जाएगा परंतु उसके बाद में तुम लोगों के लिए केवल एक भटकाव का ही रास्ता बचेगा। हमारे पूरे खानदान में कभी ऐसा नहीं हुआ बाबूजी जोरों से चिल्ला रहे थे। गुस्साते हुए उन्होंने अम्मा को मान्यता को कमरे में ले जाने के लिए बोला।    आइए आपको … Read more

घर दीवार से नहीं परिवार से बनते हैं – मधु वशिष्ठ

घर दीवार से नहीं परिवार से बनते हैं सुमित्रा गुस्से में वर्मा जी से चिल्ला कर बोली। बंटी का दोस्त और  दीप्ति की सहेलियां भी घर से जा रही थी और दीप्ति उतरा हुआ मुंह लेकर खाने की प्लेटें सिंक में डाल रही थी।        आइऐ आपको वर्मा जी के परिवार के बारे में बताते हैं। … Read more

वक्त से डरो – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

बात करोना काल की थी। कोरोना अपने उग्र रूप में था। हॉस्पिटलों में जगह ही नहीं मिल रही थी। वहीं हॉस्पिटल के बाहर खड़ा राजन दिखने में तो शांत लग रहा था लेकिन अंदर ही अंदर उसे बहुत कुछ कचोट रहा था। उसके इकलौते बेटे पवन को आज सुबह से ही सांस लेने में तकलीफ … Read more

पत्थर दिल – मधू वशिष्ट : Moral Stories in Hindi

मां आप इतनी पत्थरदिल और  कठोर कैसे हो सकती हो? रिवान आपका पोता है और इस वक्त उसको अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। आपको पता तो है गिन्नी और मैं कितने व्यस्त रहते हैं। रिवान के लिए हमने ₹30000 महीना देकर जो आया रखी थी कल जब मैं जल्दी घर आया तो मैंने देखा रिवान … Read more

मत भूलो कि यह मेरा परिवार है। – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi 

पवन ने रीना से कहा मत भूलो कि यह मेरा परिवार है। तुम सुबह-सुबह फेसबुक पर नकारात्मक कमेंट्स पढ़कर प्रतिक्रिया देने की बजाय तैयार हो जाओ। मैंने दफ्तर से छुट्टी ले रखी है। दोनों बेटियों के कॉलेज से आने से पहले ही हम तुम्हारी मम्मी को उनके जन्मदिन की मुबारकबाद देकर आ जाएंगे।     आइए आपको … Read more

विश्वास की डोर – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

जब-जब भी माधवी घर आती थी तो सासु मां को अपनी बेटी में सारे गुण ही नजर आते थे और बहुरानी में अवगुण। घर में ही बहुत बार भाभी रीना और ननद माधवी में टकराव की स्थिति पैदा हो जाती थी। सासु मां भी माधवी के घर आने पर बुढ़ापे की बीमारियों का रोना रोने … Read more

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