सुकून – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

हाँ शांति….. मैं बोल रहा हूँ जयभगवान , घर में सब ठीक है ना? बापूजी कैसे हैं …..  हाँ जी…. सब ठीक है यहाँ…. आप कैसे हैं ? अब तो बस एक महीने की बात रह गई ……कब से इंतज़ार कर रहे हैं हम सब ….आख़िर रिटायरमेंट के दिन आ ही गए । बापू जी … Read more

बेनाम रिश्ते – करुणा मलिक: Moral Stories in Hindi

कहाँ हो यजमान …… कित्ती देर  से दरवाज़ा खटखटा रही हूँ…कहाँ गए सब ? ए….. मालती …. अपनी माँ और दादी को तो बुला दे   बेटा । मालती ने आवाज़ सुनी और कमरे में लेटी अपनी माँ से कहा—-मम्मी…. वो बाहमणी दादी …आ गई । जब देखो … मुँह उठा कर चली आती है … Read more

ये क्या अनर्थ कर दिया -करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

हैलो मम्मी… कैसी हो, कुछ काम कर रही थी क्या …. बहुत देर बाद फ़ोन उठाया । हूँ… हूँ…. दाँत में दर्द है …. फिर फ़ोन करूँगी…. रख दे । माँ के फ़ोन रखते ही मानसी सोचने लगी, दाँत में दर्द….. हो सकता है पर आज दाँत का दर्द…. केवल बहाना  लग रहा है….. शायद … Read more

दिल का रिश्ता-करुणा मलिक Moral stories in hindi

अरे रिक्शा वाले, सुनिए ज़रा , तू ही यहाँ से बच्चों को बड़े स्कूल लेकर जाता है क्या ? हाँ अम्मा , बोलो …. बड़े स्कूल कौन से ……सिटी इंटरनेशनल स्कूल की बात कर रही हो ….  ..यहाँ से तीन बच्चों को ….ले तो जाता हूँ ॥  अरे हाँ…वही । मेरे पोते को भी ले … Read more

ईश्वर जो करता है, अच्छा ही करता है-करुणा मलिक । Moral stories in hindi

जब भी दिवाली आती मीनू के ज़ेहन में अनगिनत सवाल लाती। एक अजीब सी खामोशी और अशांति से मीनू घिर जाती । सभी कहते हैं कि भगवान जो भी करता है, अच्छा ही करता है पर मेरी माँ के जाने में क्या अच्छाई छिपी है ? यह बात मीनू की समझ से बाहर थी । … Read more

हर बीमारी का इलाज सिर्फ दवा नहीं होती – करुणा मलिक । Moral stories in hindi

जागृति! क्या हुआ बेटा … एकदम पीली-पीली हो गई….. कब आई ससुराल से ? मम्मी घर में हैं क्या ? नमस्ते आँटी  , हाँ जी …मम्मी घर में ही हैं । मैं तो कल शाम ही आई हूँ…. आप और बाक़ी सब कैसे हैं घर में । सब बढ़िया है । शादी के बाद तो … Read more

बड़प्पन -करुणा मलिक Moral stories in hindi

कहाँ हो भाभी  , आज जा रही हूँ , सोचा …… चलो मिल आऊँ बताओ  मंजू भाभी , मैं तो कमला भाभी के यहाँ बेटे की शादी में इतना ख़र्च करके  आई  , पर बदले में कुछ भी ना मिला .. हाय क्या कह रही हो जिज्जी, सुना तो था  सुबह रोटी बनाने वाली से … Read more

अटूट बंधन – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

अरी विमला ! दिन चढ़ आया आज उठना नहीं क्या ? पता नहीं , कैसी बहू पल्ले पड़ी है । लोगों के घर में खाना भी तैयार हो गया । एक हमारा घर है जो अभी तक बासी पड़ा है । दादी की आवाज़ पड़ोसियों को भी सुनाई दे गई ।  सुबह के पाँच बजे … Read more

विचारों का मेल – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

अम्मी ! मैं परेशान हो चुकी हूँ, रोशन की यह समाज सेवा की आदत….. उफ़्फ़…… कहाँ और किससे हमारा निकाह कर दिया ….  क्या मसला है… नीलू …. तुम दोनों अच्छे डॉक्टर हो … तुम्हारी फूफी का बेटा है रोशन ….. तुम दोनों एक-दूसरे को जानते हो ……फूफा-फूफी का जमा जमाया क्लीनिक……थोड़ी बहुत ख़ैरात दे … Read more

अच्छे घर की लड़कियाँ – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

स्वीटी ! कैसे मुँह फाड़-फाड़ कर हँसती हो ? अच्छे घर की लड़कियाँ धीरे मुसकराती हैं । स्वीटी ! कैसे हाथी की तरह धम्म-धम्म करके चलती हो ? अच्छी लड़कियाँ धीरे-धीरे चलती हैं । स्वीटी ! कैसे चप्प-चप्प करके खाती हो ? अच्छी लड़कियाँ मुँह बंद करके खाती हैं । स्वीटी ! कैसे लड़कों जैसे … Read more

error: Content is protected !!