यह धन संपत्ति ना अच्छे अच्छे का दिमाग खराब कर देती है – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

चल ना यार अमित… कब तक ऐसे ही बैठा रहेगा कितने दिन हो गए अरे जब भाभी को तेरी फिक्र नहीं है तो तू क्यों उसकी याद में मरा जा रहा है चल आज दोनों दोस्त बैठकर कहीं रात भर जश्न मनाएंगे! राहुल और अमित दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे दोनों अलग-अलग कंपनी में काम … Read more

“रिश्तो में नाराजगी सहन हो सकती है नफरत नहीं” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बहु…. जरा देखना यह वही राधा कृष्ण की मूर्ति है ना जो 3 साल पहले तुम्हारे पापा के रिटायरमेंट पर हमने दी थी किंतु यह क्या बात हुई उन्होंने हमारे 50वीं शादी की सालगिरह पर वही मूर्ति हमें वापस उपहार में दे दी यह तो गलत बात है, वह ऐसा कैसे कर सकते हैं? किसी … Read more

“मन के हारे हार है मन के जीते जीत” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अपने इकलौते बेटे को हल्दी लगते माथे पर सेहरा सजते और दूल्हा बनते हुए देखकर दिनेश जी की आंखें बार-बार भर आती, यह वही बेटा था जिसके होने पर इन्हीं परिवार वालों और रिश्तेदारों ने अफसोस जाहिर किया था और आज वही सब उनकी खुशी में शामिल होकर नाच गा रहे हैं खुशियां मना रहे … Read more

उपहार की कीमत नहीं दिल देखा जाता है – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बेटा.. तुम और मानसी अगर घूमने के लिए आगरा जा रहे हो तो  थोड़ी दूर पर ही मौसी का घर भी है अगर समय मिले तो मौसी के यहां जरूर हो कर आना ,6 महीने पहले तुम्हारी शादी में ही मौसी आई थी कई बार फोन पर कह चुकी है…. जीजी इस बार सचिन और … Read more

स्नेह का बंधन – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पता नहीं क्या कशिश थी उस शादीशुदा अनिकेत में की शैलजा जितना उनसे दूर जाने की कोशिश करती उतना ही खिंचाव महसूस करती, शैलजा और अनिकेत एक ही अस्पताल में काम करते हैं अनिकेत दिल के डॉक्टर है जबकि शैलजा  नर्स है इस प्रणयकी शुरुआत लगभग 6 महीने पहले हुई थी, ऑपरेशन थिएटर में अनिकेत … Read more

“ भाभी…. आपने मेरी जिंदगी बदल दी” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

है भगवान…. निधि तुमने घर की क्या हालत बना कर दी है मैं अभी 4 घंटे के लिए बाहर गई थी इतनी में तो तुमने पूरे घर की दशा ही बदल दी, न सोफा के कवर सही से हैं ना बिस्तर पर चादर और रसोई का क्या  हाल करके रख दिया ऐसा लग रहा है … Read more

“मां बाप भी स्वार्थी हो सकते हैं” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी.. खाना खा लो 2:00 बज गए, हां बहू.. कितनी बार कहेगी हमें भी पता है! अभी 10:00 बजे हमने दलिए का नाश्ता किया है तुझे खाना बनाने में इतना जोर आता है तो रहने दे हम हमारा खाना खुद बना लिया करेंगे! नहीं मम्मी जी… मैं तो ऐसे ही कह रही थी! दरअसल … Read more

बड़ी बहू… एक जिम्मेदारी – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बड़ी बहू.. इस बार तुम्हारे पिताजी ने यह क्या किया सभी के लिए कपड़े अपने आप ही भेज दिए हर बार तो हमारी पसंद के कपड़ों का ही कहते थे, 8 साल हो गए तुम्हारी शादी को आज तक कभी उन्होंने ऐसा नहीं किया मुझे तो लगता है तुम्हारे ऊपर भी छोटी बहू के घर … Read more

“रिश्ते तोड़ना आसान है जोड़ना मुश्किल” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 तनु बेटा.. यह सब क्या है तू आए दिन अपने ससुराल से यहां चली आती है  छोटी-मोटी लड़ाई झगड़े तो हर घर में चलते हैं तेरे घर में तो लड़ाई झगड़ा भी नहीं होता फिर तू क्यों चली जाती है? पापा… आप नहीं जानते मेरे ससुराल वालों को… मुझे उनके संग रहना बिलकुल भी पसंद … Read more

“बेटा प्यारा पर बहू क्यों नहीं?” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पूजा.. अपनी मम्मी जी से इस तरह की बात करने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, मम्मी ने सिर्फ यही तो पूछा है की शाम को खाने में क्या बनाओगी उस पर इतना ऊंची आवाज में बात करने की की कहां जरूरत पड़ी थी? पापा… आपको हमेशा हर बात में फिर मम्मी ही सही दिखाई देती … Read more

error: Content is protected !!