यह गंवार मेरी मां है। – गीता अस्थाना

सोहन एक गांव में खेतों में मज़दूरी करने वाले दम्पति बदरी और लाली का इकलौता बेटा है। मज़दूरी करते हुए उन्होंने सोहन को अपने ही गांव के स्कूल में पांचवीं कक्षा तक पढ़ाया। सोहन पढ़ने में तेज था। कक्षा में हमेशा प्रथम आता था। जब सोहन पांचवीं कक्षा उत्तीर्ण किया तो उसी साल गांव के … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – गीता अस्थाना : Moral Stories in Hindi

शादी होकर माधवी का गृह प्रवेश संयुक्त परिवार में हुआ था। तब से वो परिवार के साथ बड़े प्रेम भाव और अपनत्व से रह रही थीं। परिवार के नाम पर उनका अपना परिवार -पति विमल,तीन बच्चे और स्वयं माधवी।दूसरा परिवार था उनके देवर शिवम, उनकी पत्नी और एक बेटी। दोनों भाइयों का परिवार आपसी प्रेम, … Read more

आंखें नीची होना – गीता अस्थाना : Moral Stories in Hindi

नमिता जी को रिटायर हुए करीब एक साल हो रहा था। वे एक इण्टरमीडिएट स्कूल में सीनियर अध्यापिका के पद से रिटायर हुईं थीं। बड़ी कुशलता से उन्होंने अपना अध्यापन कार्य समाप्त किया था। उनके पढ़ाने का तरीका इतना रोचक होता था कि बच्चे उन्हीं से हिंदी विषय पढ़ना चाहते थे। कुछ अध्यापक भी अपने … Read more

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