उपहार की कीमत नहीं दिल देखो …… – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 78

रीमा और सीमा भाई के जन्मदिन पर आती है, सीमा अपनी भाभी चेतना को गोल्ड की चैन दिखाते हुए कहती- ” भाभी देखो मैं भैया के लिए गोल्ड की चैन लाई हूं, देखो भाभी भैया को ये डिजाइन अच्छी लगेगी? ” तब उसकी भाभी चेतना कहती – अरे वाह इतनी मंहगी चैन !! ये तो … Read more

ननद एक बड़ी बहन जैसी…. – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 65 1

सुबह से सब काम करके दीपा किचन में रोटी बना रही होती है ,तभी उसकी ननद प्रिया आकर हूंः करके डराती है ,तब दीपा पीछे मुड़कर देखकर कहती- अरे दीदी आप अचानक हैरानी से !!तब वह उसे कहती- देखा भाभी मैनें डरा दिया ना…तो दीपा कहती- दीदी ना कोई फोन, ना मैसेज ,ऐसे भी डराता … Read more

मैं बहू हूं मां जी काम वाली नहीं….. – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 48

रागिनी जब भी ससुराल जाती तो उसकी सास का व्यवहार ऐसा होता जैसे वो काम वाली हो, वह सुमित को बोलती ,पर एक बेटे की आंख में मां के प्यार की पट्टी बंधी होती तो वह उसकी कोई बात नहीं सुनता… लेकिन वह सोचती कि कब तक आत्मसम्मान के साथ समझौता करु… उसके मन यही … Read more

आखिर कैसा खून का रिश्ता…… – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 2

विमला की बेटी की शादी होनी थी, वो बहुत खुश भी थी। वह सभी रिश्तेदारों को फोन करके बता रही थी, हमने भी अपनी बेटी की शादी तय कर दी है। जो लोग ताने दे रहे थे, उनके मुँह पर भी ताला लग गया,उसका इशारा मायके पक्ष की ओर था….लेकिन मायके में मनमुटाव के चलते … Read more

मायके में मीन मेख क्यों??? – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 78

 देवीना शाम को मायके आती है, वह खाना खाकर, रात में मां से बात करने बैठ कर रह जाती है, उसे बात करते -करते देर हो जाती है, और उसकी भाभी भी काम निपटा कर अपने कमरे में सोने चली जाती , तब वह कहती है- माँ आज मैं यही सोऊंगी। तब मां बोलती -हां … Read more

घर की इज्जत – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104905.495

सुबह- सुबह सुनैना के मोबाइल पर फोन बजता है तो उसके पति गौरव फोन उठाते है तब बुआ जी की बहू स्नेहा भाभी कहती – भैया आपके छोटे भैया की शादी पक्की हो गयी है,अगले महीने तीन तारीख की शादी है मामी जी ने बताया ही होगा।और हम ये जानते हैं । अब आपका कोई … Read more

पराए रिश्ते की गहरी छाप – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 35

नताशा के यहां खुशी का माहौल था। आखिर उसके देवर की शादी जो तय हो गयी थी। वह लिस्ट बना रही थी कि किस- किस को आमंत्रण पत्र भेजना है। फिर वह पुरानी यादों में खो गयी। उसे शादी के दस साल पहले की घटना याद आ गयी। नताशा की परीक्षा ही पूरी हुई थी, … Read more

आत्मसम्मान की पहल – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 94

एक दिन बच्चों की डायरी में फीस जमा करने का नोटिस लिखा होता है। और फोन पर भी फीस जमा करने की आखिरी डेट का मैसेज देखकर कंचन परेशान होने लगती है। उसको लगता कि ऐसा क्या करु कि पैसों का इंतजाम होने लगे।  कंचन के पति की जॉब छूट हुए छह महीने हो गये … Read more

जीवन में उतार चढ़ाव – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 78

 हर घर में मार्च अप्रैल के बाद गेहूं आते है, तो शीला ने सोचा चलो समय रहते गेहूं मंगा ले। नहीं तो समय कैसे निकल जाता है, पता ही नहीं चलता है।इस बार पड़ोसी  नीना की बेटी की शादी है, उनके यहां के फंगशन में बिजी हो जाऊंगी,और फिर मायके भी जाना है, तो क्यों … Read more

घर वापसी – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

New Project 6

आज सुनंदा जी बडी़ ही खुश थी कि उनका बड़ा बेटा लेने आ रहा था। वह अपनी पैकिंग ऐसे कर रही थी जैसे हमेशा के लिए जा रही हो, हमेशा वही रहना हो , हो भी क्यों न खुश ….आखिर बड़ा बेटा कितने समय से बुला रहा था। कि आप हमारे साथ क्यों नहीं रहती … Read more

error: Content is Copyright protected !!