बोझ

“आपसे कितनी बार कहा है”। “मेहनत तो हम करते हैं और हमारी मेहनत का घी और दूध आप जेठ जी को दे देती हैं। आपको तो पता है, पशुपालन करने में कितनी मेहनत लगती है। दिन में तीन बार तो गाय-भैंस को चारा डालना पड़ता है, तब जाकर हम दूध और घी का आनंद ले … Read more

गुरुर

“मेरे पापा मेरा वो गुरुर हैं, जो आप तो क्या कोई भी नहीं तोड़ सकता। उन्होंने अपनी ज़िंदगी में ढेर सारा पैसा नहीं कमाया लेकिन मान-सम्मान बहुत कमाया। जो इंसान ज़िंदगी भर सर उठाकर चला है, उन्हें मैं अपनी वजह से आपके सामने सर झुकने नहीं दूंगी। मेरे पापा बगैर किसी गलती के आप लोगों … Read more

जायदाद

निशा काम निपटा कर बैठी ही थी कि फोन की घंटी बजने लगी। मेरठ से विमला चाची का फोन था ,”बिटिया अपने बाबू जी को आकर ले जाओ यहां से। बीमार रहने लगे है , बहुत कमजोर हो गए हैं। हम भी कोई जवान तो हो नहीं रहें है,अब उनका करना बहुत मुश्किल होता जा … Read more

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