कुछ पाना , कुछ खोना – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi
“ध्रुव, उठ जाओ बेटा, वरना बहुत देर हो जाएगी”, आनंद ने बेटे का कंबल हटाते हुए कहा। “ ओह पापा, बस थोड़ी देर और, बहुत नींद आ रही है” ध्रुव ने मचलते हुए कहा। नहीं , अब और नहीं, और आनंद ने उसे उठाकर बिठाते हुए कहा।पहले ही पांच बजकर दस मिंट हो गए है। … Read more