मैं तो पहले ही कह रही थी कि नूपुर को अगर बढ़िया कोचिंग में डलवाते तो यह नतीजा नहीं आता, देख लो जैसे तैसे करके 12वीं पास हुई है! मैंने तो अपनी कृति को सबसे टॉप की कोचिंग में डलवाया था और देखो उसका इस साल ही हो सकता है 12वीं के साथ ही मेडिकल में भी हो जाए,
कितने अच्छे अंक लेकर आई है 12वीं में, हमने इतना कहा था पर तुमने और भाई साहब ने हमारी एक नहीं सुनी! बस…या तो पैसे बचा लो या बच्चों का कैरियर देख लो हमने तो भाई पहली प्राथमिकता अपने बच्चों के करियर को दी पैसा तो हाथ का मेल है
आता जाता रहेगा, खैर कोई बात नहीं अगले प्रयास में शायद हो जाए! सुजाता की बात सुनकर नीलम को और गुस्सा आने लगा एक तो वह अपनी बेटी के नंबरों को लेकर वैसे ही दुखी थी ऊपर से उसकी अपनी सहेली ने आज “आग पर तेल छिड़क दिया”!
शाम को नूपुर के पापा घर आए तो नीलम उन् पर बरस पड़ी और बोली.. देख लिया आपने पैसा बचाने का नतीजा, कितना कहा था सुजाता ने की अच्छी वाली कोचिंग में डलवा देते हैं नूपुर को परंतु तुम्हें घटिया कोचिंग ही नजर आई, हां पैसे जो बच गए आप के, अब खुश हो?
नीलम को इतने गुस्से में देखकर प्रवीण बोले… देखो नीलम, कोचिंग सभी एक जैसी होती है यह तो बच्चे बच्चे के ऊपर निर्भर है कि वह पढ़ाई में कहां ज्यादा मन लगाता है अगर पढ़ने वाला बच्चा होता है तो वह बिना कोचिंग के भी अच्छा परिणाम दे सकता है और नहीं तो उसे अगर तुम विदेश में भी भेज दोगी तब भी यही हाल रहेगा,
तुम्हारी सहेली ने सिर्फ आग पर तेल छिड़कने का काम किया है, अरे दोस्त को तो अपनी दोस्त की भावनाएं समझनी चाहिए उसे भी तो पता था इस पूरी साल हमारी नूपुर कितनी बीमार रही है कई बार तो उसे अस्पताल में भी भर्ती रहना पड़ा था डॉक्टर ने कह दिया था कि इसके दिमाग पर जोर नहीं
पड़ना चाहिए फिर भी उसने 12वीं कक्षा पास कर ली हमारे लिए तो उसमें खुशी होनी चाहिए,अब जब उसकी तबीयत सही रहने लगी है हो सकता इस साल अच्छा कर ले और तुम अपनी सहेली पर गुस्सा होने की बजाए बेटी से गुस्सा हो रही हो !
प्रवीण की बात सुनकर नीलम को अपनी गलती का एहसास हो गया और वह सोचने लगी कि ऐसे समय में उसे अपनी बेटी का हौसला बढ़ाना चाहिए ना कि सुजाता जैसी दोस्त की बातों को मानकर अपने घर की शांति भंग करनी चाहिए, कई लोग ऐसे ही होते हैं
जो दूसरों को दुखी देखकर खुश होते हैं सुजाता उनमें से ही थी यह उसे पता चल गया था, अब उसके मन में अपने पति और बेटी के प्रति कोई मलाल नहीं था!
हेमलता गुप्ता स्वरचित
मुहावरा प्रतियोगिता (आग पर तेल छिड़कना)
. #आग पर तेल छिड़कना