तुम सा नहीं देखा भाग- 9 – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक अपने पढ़ा:  

अमित शाह के ऑफिस में शौर्य की मुलाक़ात एक बार फिर यशिका से होती है, लेकिन यशिका उससे बात नहीं करती। सिद्धार्थ के साथ यश ऑफिस आता है और उसकी मुलाक़ात गुंजन से होती है।

अब आगे:

रंधावा के ऑफिस में

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अभिमन्यु शौर्य के साथ बैठा हुआ कुछ डिस्कस कर रहा था ….तभी उसने पूछा

” तुमने बताया नहीं सैटरडे को यशिका आयी थी मिलने “?

“नहीं “

“मैने तो पहले ही कहा था कि वो नहीं आएगी “

“मै उस से मिलने गया था “कह कर  शौर्य ने सारी बात अभिमन्यु को बता दी

“क्या? तुमने उस से शादी के लिए बोला शौर्य तुम पागल तो नहीं हो गए हो ऐसे कोई कहता है क्या “?

“तो कैसे कहते है फिर ?”

“फिर उसने क्या कहा ?”

“वहीं जो तुमने कहा अभी “

“शौर्य “अभिमन्यु ने थोड़ा जोर से बोला

“मै वही बोल रहा हूँ  जो यशिका ने बोला “

“अब तुम्हें उस से शादी करनी है अपनी कंपनी में उसे लाने के लिए “?

“हाँ भी और नहीं भी “

“मतलब “?

“एक्चुअली… कुछ बात है यशिका में वो कहते है ना  “औरा  ही अलग है ,कुछ तो है  उसका कॉन्फिडेंस , उसका बात करना, आई लव इट ,उसके काम से तो मै क्या सब कोई इंप्रेस है इस बात से तो तुम भी एग्री करते हो “?

“वाह” अभिमन्यु ने तालियां बजाते हुए कहा  ओ शौर्य साहब क्या हो गया है तुमको “?

“कुछ नहीं “

अभिमन्यु शौर्य को समझने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसकी बातों से वो कुछ समझ नहीं पा रहा था

” देख रहा हूँ की है ज़्यादा ही तारीफ़े हो रही है यशिका की अगर ये सिर्फ यशिका को कंपनी में लाने के लिए है तो मै कहूंगा ये गलत है “

“और अगर कुछ और है तो क्या कहोगे तुम ?”

“मतलब “? अभिमन्यु ने हैरानी से पूछा

“कुछ नहीं ” शौर्य ने कहा

कुछ देर यूं ही बात करके वो दोनों अपने काम में बिज़ी हो गए

“उत्सव “के लॉन्च का दिन

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आज उत्सव का लॉन्च दिन था  सभी बिजी थे ग्यारह बजे का टाइम इनॉग्रेशन का था सब आ चुके थे .. ब्रैंड का इनॉग्रेशन रघुवीर जी के हाथों से रिबन कटवा कर होना था ।

ठीक समय पर सब जहां  से रिबन काटना था वहां आ कर खड़े हो गए

मीडिया पिक्स लेने और यश से कुछ सवाल करने में बिज़ी थी

तभी सिद्धार्थ ने यश को बुलाया यश सबसे बाद में बात करेगा कहकर वहाँ आ गया

रघुवीर जी ने रिबन कट किया और सबने तालियां बजा कर अभिवादन किया सिद्धार्थ ने यश को कांग्रेटुलेट किया.. यश ने झुक कर उनके रघुवीर जी के और श्याम जी के पैर छुए

रघुवीर जी ने बधाई देते हुए उसे गले से लगा लिया और आशीर्वाद दिया सब अंदर आ गए ….वहाँ यश के साथ काम करने वाला सारा स्टाफ खड़ा था…. सबने यश को कांग्रेटुलेट किया और अपने अपने कामों में बिज़ी हो गए … काफी गेस्ट अपनी फैमिली के साथ आए थे और पूरे शोरूम में घूम रहे थे

कमला जी ,नीलिमा और नीता भी इस समय वही थी ।

तभी अमितशाह यशिका के साथ वहाँ आए  यश ने उन्हें देखा तो उनके पास गया … अमित शाह ने उसे कांग्रेटुलेट किया और एक बुके उसे दिया । यशिका ने भी उसे कांग्रेटुलेट किया

शौर्य ने थैंक्स कहा और उन्हें सिद्धार्थ के पास ले आया

सब लोग एक ही जगह पर थे अमित शाह सबसे मिले । रघुवीर जी ने यशिका को अपने पास बुलाया और कमला जी को मिलवाते हुए कहा

“हम उस दिन इनकी बात कर थे आप पूछ रही थी ना ये ही है यशिका गुप्ता और ये हमारी धर्मपत्नी कमला जी “

“ओह !! तो आप है जिन्होंने ये कमाल किया है कि रंधावा और शाह एक साथ काम करे “?

यशिका बस मुस्कुरा दी

यशिका ने हाथ जोड़ कर उनको नमस्ते किया वो नीलिमा और नीता से भी मिली ।

तभी  शौर्य अभिमन्यु के साथ वहाँ आया उन दोनों ने  हाथ बढ़ा कर अमित शाह को और यशिका को हैलो बोला

अमित शाह  ने उसे हैलो बोला लेकिन यशिका ने कुछ नहीं कहा वो उसकी तरफ देख ही नहीं रही थी उसने बस अभिमन्यु की तरफ देख कर सीहैलो “बोला

अभिमन्यु ने धीरे से शौर्य को कहा “तुम्हारी लवस्टोरी इसके साथ तो नहीं बनने वाली ” शौर्य ने घूर कर देखा तो अभिमन्यु मुस्कुरा दिया।

यशिका ने देखा गुंजन उसे बुला रही थी उसने अमित शाह से कहा ” सर मै अभी आती हूँ “

वो गुंजन के पास गयी तो उसे गले लगते हुए बोली “कांग्रेचुलेशंस एंड गुड लक “

“थैंक यू दी “आप आओ मैं आपको यहाँ का कलेक्शन दिखाती हूँ “

गुंजन उसे वहाँ के कलेक्शन के बारे में बताने लगी

शौर्य ने अभिमन्यु से कहा ” तुम्हे नहीं लगता कि अमित शाह कुछ ज़्यादा ही मेहरबान है यशिका पर “?

“उसने काम ही ऐसा किया है अमित शाह का उसे ऐसे ट्रीट करना बनता है “

“नहीं फिर भी उस दिन मैने देखा उन्होंने यशिका को गाड़ी से ड्रॉप करवाया ऑफिस में भी उसका सपोर्ट कर रहे थे और आज यहाँ अपने साथ ले कर आए और सबसे मिलवा रहे थे “

“तो क्या हो गया वो तो नॉर्मल है वैसे भी यशिका को अब तक सब  जान गए होंगे”

“तुम लगता ही जेलस हो रहे हो ?”

शौर्य चुप रहा उसने अभिमन्यु की इस बात का कोई जवाब नहीं दिया

कुछ देर में यशिका गुंजन के साथ जहां सब थे वहीं आ गयी

“अमित शाह ने पूछा ये”?

“सर ये मेरी सिस्टर है “

सबने उसकी तरफ देखा, गुंजन ने  सबको हैलो बोला

कुछ देर बाद अमित शाह ने जाने के बोला यश ने उन्हें एक बैग पकड़ाते हुए कहा ” सर ये आपके लिए “

नीता  ने यशिका को एक बैग  दिया और बोली ” यशिका ये आपके लिए”

“अरे मैम इसकी ज़रूरत नहीं है “

“अच्छा कोई बात नहीं हमारा मन है इसलिए ले लो “नीता ने कहा

यशिका ने बैग ले लिया

श्यामजी ने अमित शाह को आमंत्रित किया, ‘आप किसी दिन घर आएं।’ अमित शाह ने कहा, ‘जी जरूर।’

नीलिमा ने कहा, ‘हम हर साल घर में पूजा करवाते हैं, जो अगले हफ्ते है। आप आएं और यशिका आप भी आना।’

अमित शाह ने कहा, ‘जी बिल्कुल आऊंगा।’ और जाने के लिए बोला। यशिका गुंजन से मिल कर अमित शाह के साथ गाड़ी में बैठकर वापस चली गई।

श्री निवास अपार्टमेंट

संडे का दिन था यशिका थोड़ा देर से उठी थी उसने उठ कर अपना फोन देखा तो उसकी मम्मी की मिस्ड कॉल थी

उसने वापस से उन्हें कॉल किया और बोला ” हैलो

हैलो यशी कैसी हो ?

मै अच्छी हूँ और आप ?

सब ठीक है  गुन्नू  से बात नहीं हुई मेरी उसको ज्वाइन करना था ना हो गया ?

“हाँ कल था उसकी जॉब का पहला दिन और एस. एस. कंपनी के ब्रांड उत्सव का लॉन्च “

तुम गई थी ?

“हाँ मेरी कंपनी के साथ ही उनका कोलेबोरेशन हुआ है मै गई थी अमित सर के साथ … आप आ रही है क्या कोई प्लान है “?

“अभी तो नहीं अगले महीने दिखूंगी “

“ठीक है पर आप जल्दी आने का प्रोग्राम बनाओ “

“ह्म्म .. अपना ध्यान रखना मै फिर फोन करूंगी “

“ठीक है लव यू “

“लव यू टू बेटा “

यशिका उठी उसने चाय बनाई और खिड़की के पास जाकर खड़ी हो गई

तभी देविका भी उसके पास हाथ में चाय का कप ले कर आ गई

“गुड मॉर्निंग “देविका ने कहा

“गुड मॉर्निंग”  यशिका ने कहा

” यशी…”

“ह्म्म “

“मै देख रही हूँ कल जब से तुम आयी हो थोड़ा परेशान लग रही हो ? क्या हुआ फिर उस शौर्य ने कुछ किया क्या “?

यशिका ने थोड़ा रुक कर कहा ” मैने जो बोला था सैटरडे को मिलने के लिए तो मैं गयी नहीं मुझे कुछ नहीं सूझा तो मैं मैरीन ड्राइव चली गई जहां मैं बैठी मैने देखा शौर्य वहीं कुछ दूरी पर बैठा था

“शौर्य ? और उसे कैसे पता की तुम वहाँ हो? वो तुम्हारा पीछा कर रहा था ?

“उसने बोला कि उसे पता था कि मैं उस से मिलने नहीं आऊंगी इसलिए वो वहीं आ गया ” ऐसा कह कर उसने सारी बात मरीन ड्राइव और ऑफिस वाली देविका को बता दी

“पागल है क्या मतलब कोई ऐसा कैसा कर सकता है “? शादी ? कोई मज़ाक है क्या और कोई ज़रूरत नहीं ही तुम्हे उसकी कंपनी ज्वाइन करने की  “

” अरे मैं नहीं कर रही लेकिन अब कल ही देखो उत्सव की लॉन्च पर वो फिर मिल गए.      मैने इग्नोर किया लेकिन ये सब होता ही रहेगा कहीं ना कहीं वो मुझसे टकराएगा ही … और क्या पता वो मरीन ड्राइव वाली हरकत फिर करे अमित सर शायद समझ गए थे उस दिन तो बच गई लेकिन हमेशा वो थोड़ी रहेंगे ।

यशिका की बात सुनकर देविका भी सोच में पड़ गयी और बोली” कह तो तुम ठीक रही हो ये तो होता ही रहेगा …तुम परेशान मत हो हम कुछ ना कुछ सोच लेंगे ।

“ह्म्म …”

“आज का क्या प्लान है”? देविका ने पूछा

“गुन्नू से पूछा था लेकिन वो थक गयी है तो उसे रेस्ट करना है “

“एक ही दिन में रख गयी मैडम ?”कह कर देविका हँसने लगी

“मेरा भी कहीं मन नहीं है आज जाने का “

“ठीक है तो फिर आज घर पर ही रहते हैं “

रंधावा मेंशन

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रघुवीर जी बैठे हुए कुछ कुछ सोच रहे थे …कमला जी ने उन्हें ऐसा बैठे हुए देखा तो पूछी ” क्या सोच रहे है आप “?

रघुवीर जी ने कहा ” अमित शाह के बारे में सोच रहा हूँ … यशिका की वजह से इतना बड़ा प्रोजेक्ट उसे मिला ….इस बार तो वो कोलेबोरेशन करने के लिए मान गया  लेकिन जब और प्रोजेक्ट्स मिलेंगे हैं वो खुद ही उसे हैंडल करेंगे उन्हें कोलैबोरेशन की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी “

“आप क्या कहना चाह रहे है “?

“ये ही कि यशिका शाह ग्रुप को बुलंदियों पर पहुँचा देगी “

“कह तो आप सही रहे है श्याम जी ने आते हुए कहा “”लेकिन इस बात कोई सॉल्यूशन भी तो नहीं है सिवाय इसके कि हम आने वाले प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दें और अपने स्टाफ को और मेहनत करने के लिए बोलें “

“ह्म्म मैं बात करता हूँ  दोनों से “

अगले दिन शाह ग्रुप के ऑफिस में

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यशिका ऑफिस पहुँची तो दिनेश ने उस से कहा कि अमित सर आज छुट्टी पर है और उन्होंने उसे आज की मीटिंग उसे अटेंड करने के लिए बोला है

“लेकिन मैं कैसे मीटिंग अटेंड कर सकती हूँ मुझे कुछ पता नहीं है ” यशिका ने कहा “

“मीटिंग लंच के बाद है मै आपको बता देता हूँ और ये उसकी फाइल है “दिनेश ने कहा

“लेकिन मेरा काम ये नहीं है मुझे सर में क्यों बोला ?”

“अब ये तो मुझे नहीं पता “

“आप मेरी बात करवा सकते है सर से “?

“नहीं उन्होंने बोला है कि मीटिंग आपको ही अटेंड करनी है और फोन करने के लिए उन्होंने मना किया है “

“अरे लेकिन मुझे नहीं पता ये सब और कुछ गड़बड़ हो गयी तो “?

“कुछ नहीं होगा मै हूँ ना अगर कुछ हुआ तो मै देख लूंगा लेकिन सर की जगह पर मीटिंग आपको ही अटेंड करनी है “

यशिका फाइल लेकर अमित शाह के केबिन में चली गयी ।

क्रमशः

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