कुछ तो लोग कहेंगे !! – स्वाती जैन :  Moral Stories in Hindi

कुछ तो गड़बड़ हैं शालू की मां ,वर्ना इतने दिन शालू हमसे बात किए बिना रह ही नहीं सकती , चार दिन हो गए शालू हमारा फोन नहीं उठा रही और

ना वापस फोन कर रही हैं , दामाद जी को फोन किया तो कह रहे थे शालू की थोड़ी तबीयत खराब हैं इसलिए वह आप लोगो से बात नहीं कर पाएगी , मगर उस दिन के बाद भी अब तक उन्होंने हमारी बात शालू से नहीं करवाई , जितेन्द्र जी पत्नी हिमांशी जी से बोले !!

हिमांशी जी बोली – शालू के पापा , मन तो मेरा भी बहुत बैठा जा रहा हैं , मगर हम कर भी क्या सकते हैं !!

जितेन्द्र जी तुरंत बाजार जाकर एक नया सिम कार्ड लाए और दूसरे नम्बर से उन्होंने अपनी बेटी शालू को फोन किया , शालू ने फोन उठाकर धीरे से कहा हैलो !! 

शालू की वह चहकती हुई आवाज सुनने के आतुर बैठे जितेन्द्र जी को हैरानी हुई कि उनकी शालू इतना धीरे से क्यों बात कर रही हैं ?? कुछ देर वे कुछ बोले नही , शालू फिर धीरे से बोली – आपको किससे बात करनी हैं ??

जितेन्द्र जी बोले मेरी लाडो , तुझसे ही बात करनी है मुझे , शालू अपने पिता की आवाज सुनकर जोर जोर से रो पड़ी !!

शालू ओ शालू , किसी की आवाज के आते ही शालू ने झटके से फोन कट कर दिया 

अब तो जितेन्द्र जी का शक यकीन में बदल गया कि कुछ तो गड़बड़ हैं , वे बोले – हिमांशी हमें शाम तक कैसे भी शालू के घर पहुंचना हैं , निकलने की तैयारी करो !!

हिमांशी जी बोली – अजी , ऐसे कैसे बेटी के घर जा सकते हैं , वह भी उसके ससुराल वालों को बिना खबर किए , वो लोग क्या कहेंगे हमारे बारे में कि शालू के मायके वालों को बिल्कुल भी अक्कल नहीं हैं क्या , जो बिना इतल्ला किए बेटी के ससुराल में टपक पड़े !!

जितेन्द्र जी बोले – हिमांशी कुछ तो लोग कहेंगे , लोगो का काम हैं कहना मगर हमें इन सब बातों पर ध्यान दिए बिना अपनी बेटी के बारे में सोचना चाहिए , तुमने देखा नहीं कि वह हमारा फोन बिल्कुल उठा नहीं रही और उसने अजनबी नम्बर का फोन उठाया , उसमें भी उसे किसी ने आवाज दे दी और वह हमसे बात नहीं कर पाई !!

हिमांशी जी भी शालू को लेकर चिंतिंत थी , उन्होंने जितेन्द्र जी की बात मानकर बेटी के ससुराल जाने की तैयारी कर ली !!

शाम तक वे लोग शालू के घर पहुंच गए , शालू की सास शोभा जी ने दरवाजा खोला शालू के माता पिता को अचानक अपने घर देखकर उन्हें झटका लगा ,फिर मुस्कुराकर बोली अरे समधी – समधन जी आप , बिना कोई खबर दिए यूं अचानक , सब खैरियत तो हैं ना !!

हिमांशी जी बोली – सब खैरियत हैं समधन जी , बस शालू से मिलने का मन किया तो आ गए !!

जितेन्द्र जी और हिमांशी जी की नजरे शालू को ढूंढ रही थी , शोभा जी ने शालू को पुकारा तो शालू अंदर से घूंघट ओढ़कर बाहर आई !!

जितेन्द्र जी बोले – बेटा , तेरे मां पिता ही तो आए हैं , उनके सामने यूं घूंघट क्यूं ओढ़ रखा हैं ?? तेरा चेहरा देखने ही तो इतनी दूर से आए हैं !!

शालू ने घूंघट खोला तो जितेन्द्र जी और हिमांशी जी उसके चेहरे को देखकर हैरान रह गए !! कहीं काले तो कहीं लाल निशान शालू के चेहरे पर पड़े हुए थे !!

शालू माता पिता को देखकर फूट फूटकर रो पड़ी !!

जितेन्द्र जी बोले – बेटा , यह सब कैसे हुआ , तु बता मुझे !! मुझे इतने दिनों से दाल में काला लग रहा था , अच्छा हुआ हम यहां चले आए वर्ना हमें तो पता ही नहीं चलता कि हमारी बेटी यहां ससुराल में इतनी दुःखी हैं !!

शोभा जी बोली – समधी जी ,किस पति-पत्नी में झगड़ा नहीं होता , उस दिन राहुल पीकर घर आया था तो आपकी बेटी को क्या जरूरत थी उससे बहस बाजी करने की , बस फिर क्या था राहुल ने तीन चार तमाचे जड़ दिए शालू के गाल पर !!

राहुल जो कि अब तक अपने कमरे में सोया हुआ था , बाहर की आवाजे सुनकर बाहर आया तो देखा शालू के मम्मी – पापा आए हुए हैं !!

जितेन्द्र जी बोले – राहुल तुम्हें किसने हक दिया मेरी बेटी को मारने का और शोभा जी हर पति – पत्नी में झगड़ा होता है मगर अगर झगड़ा जब मारपीट में बदल जाए तो घर के बड़ो को अपने बेटे की गलती छुपाने के बजाय अपने बेटे को ही कान के नीचे दो  लगानी चाहिए समझी और शालू , तुमने इस हैवान की मार खा कैसे ली ?? क्या तुम्हे मैंने इतना कमजोर बनाया हैं कि कोई भी गलत करके तुम्हें थप्पड़ मार दें और तुम उसके खिलाफ कदम उठाने के बजाय घुटती रहो , रोती रहो !!

शालू बोली – पापा मैं बहुत डर गई थी , राहुल ने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैंने आप लोगो को कुछ बताया तो वह आप लोगो के साथ भी बुरा करेगा और मेरे खिलाफ गलत रिपोर्ट लिखाएगा , राहुल और उसकी मां ने मिलकर मुझे बहुत परेशान किया हैं ,

मैं नहीं चाहती थी कि इस उम्र में अब आप लोगों पर मेरी वजह से कोई दबाव पड़े !! राहुल अक्सर पीकर घर आता हैं और घर आकर मारता हैं , उसकी मां हमेशा यही कहती पति दो चार लगा दे तो भी पत्नी को शांत रहना चाहिए !!

जितेन्द्र जी बोले – बस बेटा बहुत हुआ , आज मेरे सामने इस हैवान को दो थपपड़ तू भी लगा , मैं भी देखता हुं कौन रोकता हैं तुझे ??

शालू ने आज पहली बार हिम्मत करके राहुल को गाल पर जोरदार थपपड़ लगाए , दो चार थप्पड़ लगाकर उसका मन शांत हुआ !!

शोभा जी बीच में आकर शालू को धक्का देकर बोली – आज से इस घर के दरवाजे हमेशा के लिए तेरे लिए बंद हैं , आप लोग ले जाईए अपनी बेटी को , मेरे बेटे का वैसे भी कुछ नहीं बिगडेगा , इसकी तो मैं दूसरी शादी करवाऊंगी वैसे भी , आप लोग सोच लेना अब आपकी बेटी का क्या होगा ??

हिमांशी जी ने अपनी बेटी को संभाला और बोली – शोभा जी , सच में आप में बिल्कुल भी दया नाम की चीज नहीं हैं , तभी तो हो रहा हैं मेरी बच्ची के साथ ऐसा सब कुछ वर्ना एक मां चाहती तो अपने बेटे को सुधारती ना कि बहु को हिदायत में रखती !!

 जितेन्द्र जी ने बाहर दरवाजे पर खड़ी पुलिस को अंदर आने का इशारा किया और बोले – अब जेल में कीजिएगा आप अपने बेटे की दूसरी शादी , जेल में सजा काटने के बाद आपके लड़के को कौन लड़की देता है जरा मैं भी तो देखूं !!

पासा उल्टा पड़ता देख राहुल अपनी मां को इशारा करके बोला – मां माफी मांगने में ही हमारी भलाई हैं !!

शोभा जी और राहुल इतनी नीच प्रवृत्ति के लोग थे कि पुलिस को देखकर जितेन्द्र जी और शालू के पांव पड़ने लग गए !!

शालू बोली – पापा मैं इन लोगो की रग रग से वाकिफ हुं , यह सब बस नाटक हैं , ऐसे लोगो को ठीक करने का एक ही तरीका हैं पुलिस के डंडे !!

राहुल ने शालू के सामने बहुत हाथ जोड़े मगर शालू ने किसी की नही सुनी !! शालू बोली – यह हाथ जोड़ने का नाटक पुलिस के सामने करना , पुलिस ने दोनों मां बेटे को गिरफ्तार कर लिया !!

पुलिस बोली – दोनों मां बेटे जेल में जब चक्की पीसेंगे , तभी इन्हें एहसास होगा कि उन्होंने कितना गलत किया हैं !!

जितेन्द्र जी ने दोनों मां बेटे पर घरेलू हिंसा का केस दर्ज किया जिसमें दोनों को दो साल की जेल हुई !!

दोस्तों , कभी भी गलत मत सहिए , आवाज तभी उठा दीजिए जब पहला वार हो , चुप्पी से किसी का भला नहीं होता और लोग क्या कहेंगे या सोचेंगे इसकी आप बिल्कुल मत सोचता !! लोगो का काम है कहना , चाहे आपके साथ अच्छा हो या बुरा लोग तो बातें बनाएंगे ही इसलिए अपनी जिंदगी कैसे जीनी हैं , यह सिर्फ आप सोचिए , लोगो से डरिए मत !! आप आवाज उठाएंगे तभी फैसला आपके हक में होगा !!

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आपकी सहेली

स्वाती जैन

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