पेंशन – प्रतिमा श्रीवास्तव :

 Moral Stories in Hindi बेटा मुझे कुछ पैसे की जरूरत है शांति जी बेटे रवि से चार दिन से बोल रहीं थीं पर रवि हमेशा अनसुना करके कोई ना कोई बात घुमा कर वहां से निकल जाता। शांति जी स्कूल में अध्यापिका थीं तो हर महीने उनको  अच्छी – खासी पेंशन मिलती थी।जब तक शरीर … Read more

“ये बंधन कच्चे धागों का नहीं है – समिता बढ़ियाल :

 Moral Stories in Hindi माँ , इस बार आप राखी पर मामा के घर नहीं जाओगे , अभिषेक ने अपनी माँ सुशीला जी से कहा।  सुशीला जी बोलीं , बेटा अभि , ये रिश्ते बहुत नाज़ुक होते हैं , एक बार बिखर गए तो बिखर गए।  फिर जितना भी संभालो , नहीं संभलते।  अभिषेक माँ … Read more

प्यार के साथ सख्ती भी जरूरी है – विमला गुगलानी :  Moral Stories in Hindi

“ माँ, अरविंद की हरकतें दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है”, ईशा ने अपनी माँ गोमती से कहा।    गोमती को चुप देखकर ईशा समझ गई कि मां कुछ नहीं कहेगी।ईशा ने फिर कहा” माँ, माना कि अरविंद सरपंच का इकलौता लड़का है, और आप उनके यहां खाना बनाने का काम करती हो, और … Read more

अपनी अपनी सीमा –  लतिका पल्लवी :  Moral Stories in Hindi

माँ आज आप घूमने नहीं गईं?’ सुबह सात बजे जब  अनिकेत उठा और अपनी माँ को घर मे देखा तो उसे आश्चर्य हुआ और उसने यह बात अपनी माँ से पूछा, क्योंकि वह जब भी उठता तो देखता माँ घर मे नहीं है । पूछने पर अमृता कहती की माँ मॉर्निंग वॉक पर गईं है। … Read more

वैभव ही सुख नहीं – अर्चना कोहली ‘अर्चि’ :  Moral Stories in Hindi

“निया, क्या बात है? मम्मी रसोई में चाय बना रही हैं और तुम सो रही हो। क्या तबियत सही नहीं है।” मयंक ने पूछा। “ठीक है।” निया ने जवाब दिया। “फिर क्या बात है? अभी तक क्यों सो रही हो? सूरज ढलने के बाद सोना अच्छी बात नहीं है। घर भी बिखरा हुआ है। कई … Read more

कठोर कदम उठाने पड़ते है – अर्चना कोहली ‘अर्चि’ :  Moral Stories in Hindi

“तो मेरे लाख मना करने के बावजूद तुमने अनन्या को घर से निकालने का फैसला ले ही लिया। क्या मेरी और माँ की इच्छा की कोई अहमियत नहीं।” प्रशांत ने गुस्से से काव्या से कहा। “मैं उसे घर से नहीं निकाल रही, सिर्फ छात्रावास भेज रही हूँ ताकि उसका भविष्य उज्ज्वल हो सके। बेकार की … Read more

कठोर कदम – खुशी :  Moral Stories in Hindi

नंदिता एक पढ़ी लिखी लड़की थी जो नौकरी करना चाहती थीं अपने सपनो को जीना चाहती थी।वो देखने में इतनी सुंदर थी कि जो देखे वो दीवाना हो जाए।नंदिता ने M.A किया और B.ed में एडमिशन ले लिया। B.ED पूरा होते ही वो नोकरी करना चाहती थीं इसलिए अध्यापक पात्रता का फॉर्म भर दिया।सेंटर उसका … Read more

 लालच के अंधे – विभा गुप्ता :  Moral Stories in Hindi

        हमेशा की तरह शाम के ठीक चार बजे मोहल्ले के ‘शांति पार्क’ में श्रीधर बाबू और श्यामलाल जी मिले।श्यामलाल जी का उदास चेहरा देखकर श्रीधर बाबू पूछने लगे,” क्या हुआ भाई..चेहरा क्यों उतरा हुआ है..भाभी जी से कुछ कहा-सुनी..।”     ” नहीं भाई..इस उमर अब वो क्या कहेंगी..।बेटे ने ही कल…।” कहकर वो चुप हो गए। … Read more

राखी का रिश्ता – रेनू अग्रवाल :  Moral Stories in Hindi

आज राखी का त्यौहार है। सब जगह भाई-बहन के गाने ही बज रहे थे — “फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हज़ारों में मेरी बहना है, सारी उमर हमें संग रहना है।” रीता यह गाना गुनगुनाते हुए अपनी ननद का इंतजार कर रही थी, जो थोड़ी देर में ही पहुंचने वाली थी। वह … Read more

परफेक्शन – संध्या त्रिपाठी

 मिताली….. तू आधे घंटे में बहू को लेकर मेरे घर आ सकती है क्या…..?? सूची ने फोन करते ही मिताली से पूछा ….!      पर बात क्या है…?? सब ठीक तो है ना…. मिताली ने भी प्रश्न के ऊपर प्रश्न ही कर डाला…. ! हां यार , सब ठीक है… वो अचानक प्रोग्राम बन गया कि… … Read more

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