धनलोभ – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi
“ईश्वर के लिए #वक़्त से डरो बेटा ! तुम्हारी दो बेटियाँ हैं वैसे ही तुम्हारी ये बहनें हैं । आज पापा जिंदा होते तो ये दिन न मुझे देखने पड़ते न ही मुझे तुम्हारे आगे घुटने टेकने पड़ते “। ज्योति ! तुम कुछ बोलो न बहु, समझाओ न विवेक को ,तुम भी तो एक बेटी … Read more