समय समय की बात है…. – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “ लो फिर से आ गई महारानी अपने दोनों बच्चों को लेकर…. अब इनके लिए भी खाना बनाओ… देखो जी कहे देती हूँ… आपको आदत है हर दिन पराठे खाने की तो आपको तो दे दूँगी पर उन दोनो के लिए नहीं बनाने वाली … तो बस भूल से भी … Read more

पहले क्यों नहीं बताया (भाग 1) – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मोबाइल पर रिंग होते अनुज जल्दी से मोबाइल लेकर बालकनी में जाकर धीरे-धीरे बातें करने लगा। लगभग महीने भर से ये सिलसिला चल रहा था… पत्नी मनस्वी ये सब देख कर अनुज पर अब शक करने लगी थी… बहुत बार वो कोशिश करती देखे तो सही किसका फ़ोन आ रहा … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( अंतिम भाग ) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“टिंग, टोंग”, बातें करते करते विनया की ऑंख लगी ही थी कि मुख्य द्वार की घंटी किसी के आगमन की सूचना देने हेतु मुखर हो उठी। विनया हड़बड़ा कर उठ बैठी, “ओह हो, चाय का समय हो गया और मेरी ऑंख लग गई। दरवाजे पर कौन है।” घंटी की आवाज पर संपदा को उठकर दौड़ते … Read more

“भेद नजर का”(भाग 2 ) – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा

शहर के एक महंगे होटल में लड़की देखने की व्यवस्था लड़की वाले ने की थी। लड़की तो समान्य थी। नयन नक्स भी उतने तीखे नहीं थे   लेकिन उनके  खातिर दारी और तैयारियों के चकाचौंध में सभी ने लड़की पसंद कर लिया। लड़की के पिता ने बिन मांगे ही बिदाई में उपहारों की ढेर लगा … Read more

“भेद नजर का”(भाग 1) – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा

सीमा सुबह से तैयारियां कर रही थी। सबके लिए  नाश्ते बनाने के बाद उसे खुद के लिए तैयार होना था। काम इतना बढ़ गया था कि कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था। सासु माँ बार- बार किचन में आकर बोल रही थीं “-  बहू जल्दी करो,जल्दी से काम निपटा लो और तैयार … Read more

गर्व- संगीता श्रीवास्तव: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “नहीं मां! तुम आज काम पर नहीं जाओगी। पिछले कई दिनों से तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं और तुम्हें काम पर जाना पड़ रहा है। अभी तुम आराम करो जब ठीक हो जाओगी तब जाना। मैं चली जाती हूं न! जब तक तुम ठीक नहीं हो जाती मैं जाऊंगी बर्तन -चौका … Read more

पहले क्यों नहीं बताया (भाग 2) – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “ तभी फिर से अनुज के मोबाइल पर उसी नम्बर से फ़ोन आया… अनुज जल्दी से कमरे से निकल कर बात करने लगा…तभी मनस्वी उठकर उसके पीछे पीछे गई और फोन छिन कर बोली ,” कौन हो तुम … मेरे पति से ऐसे चोरी छिपे बात क्यों करती हो… पता … Read more

बड़ा दिल – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज के बाद इधर का रुख भी मत करना।तुम्हारे जैसे शौहदे हमने बहुत देखे हैं।न कमाते हो,पता नही क्या पढ़ाई लिखाई की होगी,रखते हो शादी का इरादा?       भाई, मैं आज शादी की बात नही कर रहा,मैं तो बस यह प्रार्थना करने आया था,कि मैं और   कामिनी दोनो प्यार करते … Read more

रिश्ते नाते (भाग 2 ) – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : नीतीश जब दिल्ली जाने लगा तब निर्मला ने उसे एकांत में बुलाकर दस हजार रूपये उसके हाथ में रख दिये। ‘‘इसे रख लो। परदेस में काम आयेगे।’तभी नीतीश की नजर निर्मला के गले पर पडी। ‘‘भाभी, आपके गले की सिकडी कहां चली गयी।’’ सुनकर वह क्षणांश भावुक हेा उठी। अपने … Read more

रिश्ते नाते (भाग 1 ) – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : हरिवंश बाबू विधूर थे। भाईयों ने दूसरी शादी की राय दी मगर उन्हेानें तीन बच्चों का हवाला देकर इंकार कर दिया। उनके लिए तीन बच्चों की परवरिश ही जिंदगी का मकसद था। संयुक्त परिवार था इसलिए उनका लालन पालन करने में उन्हें परेशानी नहीं हुयी। बाद में जब भाईयों में … Read more

error: Content is protected !!