मीरा का नहीं केवल राधा का अधिकार – सुषमा यादव Moral stories in hindi

नीरजा अपने पति धीरज के साथ जिस शहर में रहती थी,उस मोहल्ले में बहुत सारे अच्छे परिवार रहते थे। उन्हीं में से एक मिश्रा जी का परिवार भी रहता था। वो उसी गांव के पास के रहने वाले थे जहां नीरजा और धीरज का भी गांव था।  इसलिए दोनों परिवारों में बहुत आना जाना लगा … Read more

फैसला हो चुका है – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

आधी रात का समय था। 3:30 बज रहे थे या फिर यूं कहिए कि भोर होने को थी। धीमी गति से जा रही पुलिस जीप, जिसमें तीन सिपाही और एक इंस्पेक्टर बैठे थे, जैसे ही आगे बढ़ी, एक आवाज आई”छपाक”।  गश्त लगा रही पुलिस तुरंत पीछे की तरफ आई। नदी के किनारे बनी रेलिंग पर … Read more

रिश्तों की कीमत – कमलेश राणा : Moral stories in hindi

मधु की बेटी की शादी थी चारों ओर खुशी का वातावरण था पर फिर भी न जाने क्यों उसका मन बेचैन था नज़र रह- रह कर दरवाजे की ओर चली जाती। वह जानती थी कि उसकी उम्मीद व्यर्थ है और इस सबके लिए वह खुद ही जिम्मेदार है तभी सब उसे बुलाने लगे भात का … Read more

एक फ़ैसला – बेला पुनिवाला: Moral stories in hindi

यशोदा जैसा नाम वैसे गुण और संस्कार, एक छोटा सा परिवार था, जिस में यशोदा उसके सास, ससुर, उसका पति और उसका बेटा जिसका नाम भी माधव ही रखा था, वह सब साथ में रहते थे, यशोदा अपने माधव से बहुत प्यार करती, अपने लाडले बेटे में जैसे उसकी जान बसी हुई थी, पूरा दिन … Read more

फैसला – निभा राजीव “निर्वी”: Moral stories in hindi

रणधीर जी दौड़ भाग कर विवाह का सारा काम और प्रबंध देखने में पूरे मनोयोग से लगे हुए थे! खुशी उनके चेहरे से जैसे छलकी जा रही थी और होती भी क्यों नहीं, आखिर उनके इकलौती बिटिया नेहा का विवाह जो था। रिश्तेदारों से घिरी हुई सजी-धजी नेहा बिल्कुल आज जैसे देवी माँ का स्वरूप … Read more

अपाहिज – आराधना सेन: Moral stories in hindi

वह खिडकी के पर्दे को जरा सा हटाकर देखी तो “वह लड़का आज भी खडा था उसकी नज़र इस खिडकी की तरफ ही थी “दीदी यह गणित नही समझ आ रही” एक छोटे से बच्चे की अवाज पीछे से आई।हम्म कौन वाली दिखाओ पूजा फिर बच्चो को पढ़ाने मे व्यस्त हो गई। दो घन्टे बाद … Read more

तुम पर सिर्फ मेरा अधिकार है – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

क्यूँ मार रही है संजना बेटा (बहू) रोहनी को?? बहुत देर से पोती के रोने की आवाज सुन जब ससुर नरेश जी पर बर्दाश्त ना हुआ तो बहू के कमरे में ही संजना से पूछने आ गए….. जबकि नरेशजी की पत्नी सुमनजी ने मना भी किया कि आप जानते है बहू का स्वभाव …. मत … Read more

पति का फैसला – के कामेश्वरी: Moral stories in hindi

सविता अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी । पिता सरकारी कर्मचारी थे इसलिए बहुत ही लाड़ प्यार से उसका पालन पोषण किया गया था । जैसे ही सविता की पढ़ाई पूरी हुई उन्होंने रितिक से उसकी शादी तय कर दी थी । रितिक खुद भी अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था । वे गाँव में … Read more

बहू से परेशान होकर जब सास पहुंच गई अपने मायके – स्वाती जैंन : Moral stories in hindi

ठंड बहुत बढ़ गई थी , अब सुनैना जी को उम्र अधिक होने के कारण खुद के काम भी नहीं हो पा रहे थे , वैसे भी सुनैना जी दिन भर घर में लगे बर्तनों का अंबार घसती रहती फिर भी बहू उमा उन्हें हर बात पर जलील किया करती !! उमा दिनभर अपने दोनों … Read more

एक फैसला आत्मसम्मान के लिए – सविता गोयल : Moral stories in hindi

  ” मम्मी जी, मैं सोच रही थी कल से से आफिस ज्वाइन कर लूँ …. वैसे भी नन्नू छह महीने का हो गया है …।,, वृंदा जी की छोटी बहु टीना ने अपनी बात घरवालों के सामने रख दी ।  ” हाँ, हाँ बहु …., वैसे भी मैं और कावेरी ( बड़ी बहु) तो हैं … Read more

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