ख्वाब जो बिखर गये (भाग 2)  – रीमा महेंद्र ठाकुर 

निहारिका  बैचेनी से चहलकदमी  कर रही थी !  धीरे धीरे  अन्धेरा  बढ रहा था  , अब तो उसे  डर भी  लग रहा था , उसके  कदम समीर के रुम की  ओर बढ गये ।   तभी सामने से आता दिखा समीर , वो  दौड़कर समीर के गले लग कर रो पडी, समीर ने उसे  चुप  … Read more

ख्वाब जो बिखर गये (भाग 1)  – रीमा महेंद्र ठाकुर 

बहुत  चाहा तुम्हें , अब  नही बस तुमने  दिया ही क्या मुझे,    बेबसी”  तुम आये ही क्यू मेरी  जिन्दगी मे ,कुछ भी  तो न चाहा था  तुमसे  ,मैने सिवाय थोडी सी इज्जत और अपनेपन के  अलावा ” अब छोड गये न मुझे  अकेला”  अब कभी वापस मत आना  ! मै अकेली ही अच्छी  हूँ बन्द  … Read more

अहमियत – मोहम्मद उरूज खान : Moral stories in hindi

सुनो! तुम्हारा पसंदीदा रंग कौन सा है? नाश्ते की टेबल पर अख़बार पढ़ रहे शशांक जी ने पूछा। इस तरह अपने पति के मुँह से इस तरह की बात सुन बराबर में बैठी नाश्ता कर रही उनकी पत्नि शिवानी जी ने हेरत से उनकी तरफ देखा और बोली ” क्या पूछा आपने? ऐसे क्या देख … Read more

सब्र का बांध – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

‘अजय तुम्हें पता है कल सुबह सुलभा आ रही है। वह भी रौशन के सम्मान समारोह में जाना चाहती है। रौशन उसका प्यारा भतीजा जो है। और बिना बहिन बेटी के कोई शुभकाम कैसे हो सकता है।’ मालती जी ने उत्साहित होते हुए कहा। अजय ने कहा- ‘माँ यह तो बहुत खुशी की बात है। … Read more

अहमियत – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

कभी-कभी रिश्तों की अहमियत व्यक्ति को देरी से समझ में आती है।जिन्दगी में परिस्थितियाँ बदलती हैं,उन्हीं के अनुसार व्यक्ति को भी बदलने में ही भलाई है।यह बात अब आशा जी की समझ में आ चुकी थी। आशाजी ,जो अपने गाँव  के बड़े मकान में अपने पति के साथ सुखपूर्वक रहती थीं।साल में एक-दो बार  छुट्टियों … Read more

हर रिश्ते की अहमियत होती है-अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

मेघा दीदी का सोसायटी में बड़ा ही मान सम्मान था, वो अपने सामाजिक कार्यो और समाज सेवा के लिए जानी जाती थी, आज उनके घर पर हल्दी कुमकुम कार्यक्रम था, हम सब सोसायटी वालों को उन्होंने बुलाया था। हम सब सहेलियां सुबह से ही उत्सुक थे, क्योंकि समाज सेवा के साथ वो किसी त्योहार को … Read more

पहले बचत फिर खर्च करना चाहिए। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

ममता जी का इकलौता बेटा रोहित आज भी इंटरव्यू देने गया था, वो लगातार भगवान से प्रार्थना कर रही थी कि किसी भी तरह से बस रोहित की नौकरी लग जाएं ।  सुबह से शाम हो गई पर रोहित अभी तक नहीं आया, यूं तो उन्होंने कई बार फोन कर दिया पर रोहित ने दिलासा … Read more

गिन,गिन कर पांव रखना – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

जैसे ही पूनम की मां मालती ने करबट बदली,पूनम चुपके से उठी और मां के तकिए के नीचे से चाबी का गुच्छा निकाला,#गिन गिन कर पांव रखते हुए कमरे के कोने में रखी अलमारी को खोला,उसमें रखे हुए कीमती जेवर व कैश अपने बैग में रखा और गिन गिन कर पांव रखते हुए घर का … Read more

मेरी बिट्टो – करूणा मलिक  : Moral stories in hindi

 अरे  बिट्टो ! बुढ़ापे का शरीर है । थोड़ी खाँसी- जुकाम तो लगा ही रहता है । तू चिंता ना कर । गीता है ना मेरे पास , सँभाल लेती है । कैसी बात करती हो अम्मा , बासठ साल में भी कोई इतना बूढ़ा होता है ? आपने देखा था ना यहाँ अस्सी साल … Read more

बडो़ं का साथ – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

  लीना ने उपरी तल्ले से झांककर देखा…आँगन में सासुमां घायल शेरनी की तरह बिफरी हुई थी। “अब भोरे-भोरे कौन सी आफत आ गई “भीतर से ताई जी  मिनमिनाई।  “जाकर देखूं क्या हुआ “! “पहले अपना हुलिया तो ठीक कर लो “लव करवट बदल खर्राटे भरने लगा। लीना  का ध्यान अपने आधुनिक नाइट ड्रेस पर गया… … Read more

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