अपनी अहमियत – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

आज से मैं भी कुछ नहीं बोलूंगी सुबह से हर किसी से पूछते रहो क्या खाना बनाएं क्या नाश्ता करोगे क्या सब्जी खाना है स्कूल में क्या किया ऑफिस में क्या हुआ ….. पर क्या मजाल जो कोई ढंग का जवाब मिल जाए ..!! एक तो खुद अपने आप कोई कुछ बताता ही नहीं और … Read more

जब जागो तभी सवेरा – शिव कुमारी शुक्ल : Moral stories in hindi

दादी अम्मा आ गईं दादी अम्मा आगईं  की आवाज सुन कर शुभा अपने कमरे से बाहर सिर पर पल्ला रखते हुए आई और उसने सास-ससुर के पैर छुए। दोनों बच्चे दादा-दादी से लिपट कर खुश हो रहे थे। शुभा अम्मा का पर्स उनके हाथ से लेकर बोली आइए। वे अन्दर जाकर सोफे पर बैठ गए। … Read more

एक बेजुबान की अहमियत – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

मम्मी.. दिला दो ना प्लीज… हां मम्मी… प्लीज दिला दो ना.. मम्मी.. पक्का प्रॉमिस.. आज के बाद हम आपसे कुछ भी नहीं मांगेंगे,.. प्लीज.. हमें दिला दो ना..! कह दिया ना एक बार… नहीं.. तो मतलब नहीं… बस  फालतू चीज  नहीं! मम्मी.. बेटी सोनू और बेटे मोनू जो अभी 8-10 वर्ष के थे, की जिद … Read more

अहमियत – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

वीणा मंजु के कमरे में गई और रोते हुए मंजु को चुप कराने की कोशिश करने लगी मंजु मत रो बेटा रोने से कुछ नहीं होने वाला है मेरी बात मान अपने आँसू पोंछ ले । देखिए ना माँ रितेश ने कितनी बड़ी बात कह दी है । आप तो जानती ही हैं ना मैं … Read more

ये प्यार बरकरार तो रखोगे ना सैंया जी… – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

शादी एक ऐसा बंधन है जिसमें दो अजनबी अपनी यात्रा अलग अलग वजूद से शुरू तो करते हैं पर अंततः एक जिस्म दो जान बन जाते है…. प्यार से पगे रिश्ते में सारे रिश्ते घुलमिल जाते है ….अगर पति पत्नी को अहमियत देता हो….तरजीह देता हो…..पर कई बार ऐसा नहीं होता…पति के लिए पत्नी बस … Read more

जीते जी अहमियत समझो- करूणा मलिक : Moral stories in hindi

शारदा , माँ- बाप तो बचपन में ही गुज़र गए थे । भइया- भाभी ने अपने बच्चों में कमी कर ली पर मुझे कभी किसी चीज़ के लिए मना नहीं किया । हमेशा ध्यान रखना कि तुम्हारी वजह से उन्हें कोई शिकायत न हो । जी , मैं हमेशा ख़्याल रखूँगी कि मेरे किसी भी … Read more

बारिश का इश्क (अंतिम भाग – 11 ) – आरती झा आद्या: Moral stories in hindi

मैं कॉलेज के कामों में व्यस्त होने लगी, घर पर भी मेरा दिन कामों में उलझा बीतता। कान में बिन बजे ही फोन की घंटी की आवाज ही सुनाई देने लगी थी और इस तरह से एक सप्ताह बीतने को आया था। इस दौरान मुझे संगीता के लिए अजीब सी झुंझलाहट महसूस होने लगी। उनके … Read more

महत्व और समर्पण – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

    अरे भागवान, नौकर है तो, मेरा सब कुछ करता तो है,फिर क्यूँ मेरे पास ही बैठी रहती हो?मेरा क्या है,मैं तो बुझता चिराग हूँ।      ऐसा क्यूँ बोलते हो,क्यूँ मेरा हक समाप्त करते हो?मेरे जीवन मे तो तुम ही हो,कैसे तुम्हे छोड़ दूं अकेले।           दोनो के विवाह को पचास वर्ष इसी माह पूरे होने वाले थे।उनका … Read more

मुसीबत – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

कल्पना अपने घर के पास ही के एक स्कूल में टीचर की नौकरी करती थी । कल्पना के पिता सूरज जी सरकारी दफ़्तर में क्लर्क की नौकरी करते थे । उनकी तीन बेटियाँ थीं । उमा बड़ी बेटी कल्पना दूसरी बेटी सबसे छोटी प्रियंका थी । उन्होंने तीन तीन लड़कियों के बावजूद अपनी लड़कियों को … Read more

सच्चाई – प्राची_अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

कपिल जी ने अपनी बेटी का विवाह बड़े धूमधाम से किया। लेकिन विवाह के दो महीने पश्चात ही बेटी ससुराल छोड़कर मायके आ धमकी। दोनों पक्षों के बीच में वाद विवाद भी खूब हुए। कानूनी कार्रवाई कर कर फैसला कर लिया गया। अब कपिल जी अपनी बेटी के लिए किसी दूसरे अच्छे रिश्ते की तलाश … Read more

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