“वो एक ही बेटा…” – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

पंजाब के मोगा शहर के एक छोटे से गाँव में जन्मा दलजीत, अपने माँ-बाप का इकलौता बेटा था। माँ गुरविंदर और दादी हरबंस कौर की आँखों का तारा, और पिता सतपाल की एकमात्र उम्मीद। बचपन में जब उसके हाथ में खिलौने की बंदूक होती, तो वो खेल-खेल में कहता— “बापू, हाथ ऊपर कर! मैं देश … Read more

मत भलो कि यह भी मेरा परिवार है – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

सूरज की किरणें वृद्धाश्रम के आँगन में धीमे-धीमे फैल रही थीं। चमेली के फूलों से भरी क्यारियाँ और छायादार बरगद के पेड़ के नीचे बैठे कुछ बुज़ुर्ग धीमी आवाज़ में बातें कर रहे थे। उन सबके बीच एक चेहरा था — श्रीधर जी का। सफेद बाल, शांत आँखें और चेहरों पर स्थायी हो चुका एक … Read more

विश्वास की डोर – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

हमें आपकी बेटी पसंद है और हम शादी को तैयार हैं रविकांत जी का फोन आया अखिलेश जी के पास। लेकिन लेकिन रविकांत जी हम आपकी डिमांड पूरी नहीं कर सकते आपने जो शादी में दहेज की मांग की है वह मैं पूरा नहीं कर सकता हूं। कोई बात नहीं मैं अपनी  मांग वापस लेता … Read more

आंसू पीकर रह जाना – रेखा सक्सेना : Moral Stories in Hindi

सुजाता एक पढ़ी-लिखी, समझदार और संस्कारी लड़की थी। उसके माता-पिता ने एक अच्छे परिवार में उसकी शादी की। पति की कपड़ों की दुकान थी, जीवन सामान्य था और शुरुआत में सब कुछ ठीक चल रहा था। एक वर्ष बाद उनकी एक प्यारी-सी बेटी का जन्म हुआ। लेकिन वक्त ने करवट ली। पति की संगत कुछ … Read more

आंसू पी कर रह जाना – रेनू अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

रीना को जब पता चला कि वह फिर से गर्भवती है, उसका मन डर और खुशी से भर गया। पहली बार उसका गर्भपात हो गया था, इसलिए यह ख़बर उसके लिए बहुत मायने रखती थी। उसने पूरे नौ महीने संभलकर बिताए। जब बेटी का जन्म हुआ, रीना की आंखों में खुशी के आंसू थे। पर … Read more

अब और नहीं सहना – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

   सुबह सुबह निशा तेजी से हाथ भी चला रही थी और माला के लिए कुछ भला बुरा बोलने के साथ साथ चितिंत भी थी। माला उसकी मेड थी, जो घर का सारा काम संभालती थी। दो दिन से उसके न आने से घर का सारा काम बिखरा पड़ा था।निशा किसी तरह काम निपटा कर आफिस … Read more

आँसू पीकर रह जाना – डॉ आभा माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

कभी कभी जीवन में आँसू पीकर रहजाना पड़ता है क्योंकि कुछ बातें हमारी पहुँच से दूर होती हैं और हम वहाँ कुछ नही कर पाते।    एक निर्धन परिवार में जन्मा भोला अपने नाम के अनुरूप ही सहज सरल था।उसकी एक वृद्ध बीमार माँ थी– पिता बचपन में ही चलेगए थे– एक छोटी बहन थी।बेचारा भोला … Read more

मत भूलो कि ये भी मेरा परिवार है…. – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

आज रिश्तो में तनाव और दूरी सबसे अधिक देखने मिल रही है । युवा पीढ़ी की जीवन शैली बदलती जा रही है।  सामाजिक अपेक्षाओं के कारण रिश्तों की अहमियत कम होती जा रही है।  माना की विचारों और भावनाओं की उम्र नहीं होती है । लेकिन लोग अपने ही अपनों से दूर हो रहे हैं … Read more

जज़्बातों से परे – प्रियंका सक्सेना : Moral Stories in Hindi

कभी-कभी जीवन ऐसे फैसलों के मोड़ पर खड़ा कर देता है, जहाँ दिल की आवाज़ को दबाकर सिर्फ ज़िम्मेदारी की राह चुननी पड़ती है। ऐसे ही एक मोड़ पर खड़ी है आईपीएस अधिकारी मानवी सिन्हा । लोग उसे ‘पत्थरदिल’ कहते हैं —न चेहरे पर कोई भाव, न शब्दों में कोई कोमलता। वह कानून की किताबों … Read more

खामोशी चुभती है – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

क्या हुआ अनु?? घर में इतनी शांति क्यों है बच्चे कहां गये?? कहीं दिखाई नहीं दे रहे। अभी तो यहीं थे शायद तुम्हें देखकर पढ़ने बैठ गए होंगे। अब वो भी क्या करें आपके बाहर से आते ही वो आपसे लिपट कर प्यार जताने आते हैं तो बदले में उन्हें झिड़की ही मिलती है। क्यों … Read more

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