पत्थर दिल – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

डॉक्टर साहब, डॉक्टर साहब किसी भी तरह बस आप मेरी मां को बचा लो। देखो हमने पहले भी कहा है इनकी दोनों किडनी खराब हो गई हैं। जल्दी से जल्दी किसी डोनर को देखिए जो इन्हें अपनी किडनी दे सके। यह है राघव, जिसकी मां अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही थी। राघव … Read more

मां के आंसुओं का हिसाब – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

    भारत माता की जय। आज मैंने अपनी मां के आंसुओं का हिसाब कर लिया है” आतंकवादियों के कई अड्डों को तबाह करने के बाद फौजी रमन खुशी से चिल्लाया। उसके हर्ष से ओतप्रोत स्वर को सुनकर सभी सैनिक साथियों की नज़र उसकी ओर उठ गई मगर सभी इतनी बुरी तरह से थके हुए थे कि … Read more

इतनी पत्थर दिल कैसे हो सकती है – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

मम्मी मम्मी दरवाजा खोलो शिवानी लगातार दरवाजा पीटती  जा रही थी। अंदर गहरी नींद में सोई कुमुद जी उठी  इतनी रात में कौन दरवाजा पीट रहा है। बिस्तर से उठी बत्ती जलाई,। और दरवाजा खोल के देखा तो  सामने शिवानी खड़ी थी । रोती-रोती कुमुद जी के गले लग गई। क्या हुआ शिवानी  बताओ मुझे … Read more

लकड़ी के लोग – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi

छोटे खाँ नाई जहां जमीन पर कपड़ा बिछाकर लोगों की हजामत बनाया करता था उसी स्थान पर उसके लड़कों ने एक चक्कर दार कुर्सियों और बड़े बड़े शीशों वाली दुकान खड़ी कर ली थी। सामने एक खूबसूरत साइनबोर्ड लगा था जिस पर दिलीप कुमार के चित्र के ठीक नीचे सलीम हेयरड्रैसर लिखा था। बड़े लड़के … Read more

मां के आंसुओं का हिसाब – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

मालती जी के फोटो पर हार चढ़ा था और उनकी शोक सभा में सभी आए थे। राधे और उसकी पत्नी बहुत जोर – जोर से रो रहें थे और एक कहानी सबको सुना रहे थे कि अम्मा अपनी सहेलियों के साथ तीर्थ यात्रा पर गईं थीं और बस खाई में गिर गई थी। किसी का … Read more

क्या माता-पिता का दिल भी पत्थर हो सकता है। – गीतू महाजन : Moral Stories in Hindi

घर लौटने पर आज फिर राजेश को घर का वातावरण थोड़ा बोझिल लगा।ऐसा लगा जैसा अजीब सा सन्नाटा पसरा हो।बाहर बरामदे में भैया के बच्चों के साथ उसकी बेटी रिया खेलती नज़र नहीं आई।भैया के बच्चे आशु और अवनी उसे देखते ही उसकी तरफ लपके और साथ ही अपने ननिहाल से आए खिलौनों को दिखाने … Read more

मैं गांधारी नहीं – रत्ना पांडे : Moral Stories in Hindi

सूरज ढल रहा था और अँधेरा फैलने को था। गाँव की वह लड़कियाँ इसी अंधेरे का इंतज़ार करती हैं, जिनके घरों में शौचालय नहीं होते। गाँव की एक ऐसी ही लड़की, हाथ में लोटा लिए, सुनसान जगह की ओर जा रही थी, जहाँ कोई नहीं आता-जाता था। ठाकुर रणवीर प्रताप अपनी ऊंची हवेली के झरोखे … Read more

दोहरा चरित्र – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अमित को नौकरी के सिलसिले में बहुत आना- जाना पड़ता था। शुरू – शुरू में तो उसके साथ गीत भी गई लेकिन अमित उसे वक्त ही नहीं दे पाता था।गीत भी होटल के कमरे में पड़े – पड़े बोर हो जाती। नया शहर नए लोग करे तो क्या करें, इसलिए उसने साथ जाना बंद कर … Read more

मेरी स्नेहा – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 अधेड़ उम्र के डॉक्टर विश्वास जैसे ही ऑपरेशन थिएटर से बाहर आए, रोशनी के माता-पिता उनकी तरफ दौड़ पड़े और चिंतातुर होते हुए पूछने लगे-” रोशनी अब कैसी है डॉक्टर साहब,हमारी बच्ची का ऑपरेशन कैसा रहा, वह होश में कब आएगी? ”            उन्होंने डॉक्टर साहब से दो क्षण में ढेरों सवाल पूछ डाले। डॉ विश्वास … Read more

सच का आईना – डॉ कंचन शुक्ला

“कहां मर गई कमबख्त कितनी देर से तुझे आवाज लगा रहीं हूं  तुम हो की कान में तेल डाले बैठी हो” सलमा बीबी ने अपनी बहू रजिया को गुस्से में चिल्लाते हुए आवाज लगाई।  “आई अम्मी जी ” कहती हुई जल्दी से रजिया सलमा के पास पहुंची उसका हाथ आटे में सना हुआ था।  “ये … Read more

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