जाहिल – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi
आज मैं थोड़ी जल्दी उठ गई थी क्योंकि सुबह-सुबह की सैर बड़ी अच्छी होती है इसीलिए मेरे कदम खुद ब खुद सैर के लिए निकल पड़े ! गली के नुक्कड़ पर पहुंचते ही मैंने देखा ! कचरे के ढेर में से एक बच्चा रोटी का एक टुकडा जो कि बाकी जूठन से पूरी तरह लिपटा … Read more