सासु माँ की प्यारी बहु – वीणा सिंह  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  मम्मी जी जैसे हीं आशी के आने की खबर सुनी गठिया का दर्द और अपनी सारी बीमारी भूलकर लाड़ली बहु की तैयारी के लिए सबको हिदायतें देने लगी..           मैं चुपचाप अपने कमरे में आ गई… आंखें भर आई.. पंद्रह साल होने को आए मेरी शादी को… आशी को मात्र पांच … Read more

दो बूँद आँसू – बालेश्वर गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दादू दादू,आपको पता भी है,कल पापा पूरे दो घंटे मेरे साथ ही रहेंगे।दादू कल पापा के साथ खूब मस्ती करेंगे।वो जो मैंने कल ड्राईंग बनाई हैं ना दादू,उसे पापा को कल ही दिखाऊंगा,वे खूब खुश हो जायेंगे, है ना दादू।       बबलू की इतनी खुशी और उसका मासूम सा चेहरा देख … Read more

वे शिकायतें जो कभी कही नहीं गईं – के कामेश्वरी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सही तो है शिकायतों का पुलिंदा एक बार खुल गया तो जल्दी बंद नहीं होता है । पति को पत्नी से पत्नी को पति से सास को बहू से बहू को सास से ननंद को भाभी से भाभी को ननंद से यही रिश्ते हैं जिनमें शिकायतें होती हैं । प्रतीक घर … Read more

आप बेटी की मां होकर जंवाई की शिकायत कर रही है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

मधु जी हमेशा की तरह अखबार पढ़ रही थी और रीवा रसोई का काम निपटा रही थी क्योंकि  उसे जल्दी ही काम पर जाना था। तभी फोन की घंटी बजती है, रीवा फोन उठाती है, दूसरी तरफ रीवा की मां बोल रही थी, अपनी सास को फोन दें, मुझे उनसे बात करनी है, रीवा ने … Read more

अब और कितने पश्चाताप…! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  रेलवे स्टेशन में अंधेरा पसर चुका था। बहुत रात हो चुकी थी। ट्रेन अपनी समय से एक घंटे देर  थी।  जब तक मैं स्टेशन पहुंचा तब तक वहां सन्नाटा व्याप्त हो चुका था।  ठंडी की मौसम शुरू हो चुकी थी। कोहरे की पतली  चादर वातावरण में विराजमान थी।  हाथ पैरों  … Read more

प्रायश्चित – डाॅ  संजु झा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ठाकुर शमशेर सिंह नम आँखों से पिता को अग्नि में विलीन कर घर वापस लौटते हैं।माँ तो कुछ वर्ष पूर्व  ही गुजर गई थी।बगल में चाचा का परिवार है,परन्तु उनके मन और घर में सन्नाटा पसरा हुआ है।वे एकटक से दीवार में टँगी हुई माता-पिता की तस्वीर को निहार रहे … Read more

पश्चाताप – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : घनश्याम जी एक सरकारी माध्यमिक विद्यालय में प्रधान शिक्षक थे। उनके विद्यालय में आठवीं क्लास तक के बच्चे पढ़ते  थे क्योंकि उनका विद्यालय माध्यमिक श्रेणी तक ही था। उनके घर पर, वे  स्वयं उनकी पत्नी रमा देवी और उनकी तीन संताने थीं।  दो बेटे, सूरज और गौरव और एक बेटी  … Read more

बड़े अच्छे लगते हैं – जयसिंह भारद्वाज

तुम कहती हो कि कुछ तुम पर लिखूँ। कितना तो लिखा है तुम पर किन्तु तुम हो कि अघाती ही नहीं अपनी कहानी पढ़ पढ़ कर… ऐ सुनो! सच्ची बात बोलूँ, मन तो मेरा भी नहीं भरता है तुम पर लिख लिख कर.. कसम से! याद करता हूँ जब हम पहली बार मिले थे फेसबुक … Read more

पश्चाताप – पूजा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज सोना का बर्थडे है पर सोना नही है मुखर्जी बाबू और दीपाली उसकी फोटो के आगे कैंडल जलाते केक काटते और पास के अनाथालय में बच्चो को खाने के गिफ्ट पैक देने जाते ।     दोनो अपनी इकलौती बेटी से दूर होने का जिम्मेदार खुद को समझते हुए पश्चाताप से … Read more

बेशर्म – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ देखो इसको कैसे बेशर्म की तरह अभी भी इस घर में पड़ी हुई है… ये नहीं कि अब यहाँ से चली जाए… भगवान बचाएँ ऐसी बहू से।” कहने को तो अक्षरशः यही शब्द कहे थे जमना चाची ने सुकृति को और संजोग देखो वही शब्द आज उनकी बेटी के … Read more

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