दो बोल प्यार के – पुष्पा जोशी
‘रजनी जल्दी उठो मुझे बहुत तकलीफ हो रही है’ शेखर बाबू ने कराहते हुए कहा। सुबह की ५ बजी थी। रजनी ने उठकर देखा शेखर से बैठा भी नहीं जा रहा था। उसने उसे तकिये का सहारा लेकर बिठाया और बेटे को आवाज दी ‘रानू ! देखो तुम्हारे पापा को क्या हो रहा है?’रानू उनका … Read more