अपनों के दिए घाव – शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi
शुभांगी अपने भाई से छोटी थी। मातापिता की आँख का तारा वह अपने भाई एवं चाचा के दोनों बेटों की इकलौती दुलारी सी गुडिया थी। सब भाई उसे बहुत प्यार करते थे। जरा सा रुठ जाने पर उसे मनाते तरह तरह के प्रलोभन देकर उसे हँसाने का प्रयास करते ।वह इतनी सुन्दर और प्यारी थी … Read more