अपनों के दिए घाव – शिव कुमारी शुक्ला  : Moral stories in hindi

शुभांगी अपने भाई से छोटी थी। मातापिता की आँख का तारा वह अपने भाई  एवं चाचा के दोनों बेटों  की इकलौती दुलारी सी गुडिया थी। सब भाई उसे बहुत प्यार करते थे। जरा सा रुठ जाने पर उसे मनाते तरह तरह के प्रलोभन देकर उसे हँसाने का प्रयास करते ।वह इतनी सुन्दर और प्यारी  थी … Read more

अपनों के दिए घाव ( भाग 1)  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शुभांगी अपने भाई से छोटी थी। मातापिता की आँख का तारा वह अपने भाई  एवं चाचा के दोनों बेटों  की इकलौती दुलारी सी गुडिया थी। सब भाई उसे बहुत प्यार करते थे। जरा सा रुठ जाने पर उसे मनाते तरह तरह के प्रलोभन देकर उसे हँसाने का प्रयास करते ।वह … Read more

होम मेकर – ऋतु गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : तान्या को सोहम के साथ बैंगलोर आए तीन महीने हो गए थे, तान्या एक सुलझी हुई हाउस वाइफ है। साधारण घर परिवार में पली-बढ़ी और घर गृहस्थी के कामों में इतनी निपुण की जब से वो सोहम की जिंदगी में आई है, उसने उसकी जिंदगी में जैसे बहार  ही ला … Read more

कड़वा सच – शिप्पी नारंग  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “हैलो… मम्मी..?”  “हां बोलो नवीन” फोन उठाते हुए सुषमा जी ने बेटे को जवाब दिया। ” आप अभी घर पर ही हो न मैं आधे घंटे में आ रहा हूं चारों बच्चों को छोड़ने के लिए..” “चारों मतलब..?” बात बीच में काटते हुए सुषमा जी बोली । “वह रिया और … Read more

गर्व- आरती झा आद्या  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : एक महानगर का रेड लाइट एरिया जहाँ सभ्य समाज के लोगों का रात के वीराने में आना जाना लगा रहता था। वहाँ की सबसे सुन्दर लड़की शब्बो रानी थी। यूँ तो उसका नाम शबनम था, पर सभ्य समाज ने शायद अपनी सहूलियत के लिए उसका नाम शब्बो रानी रख दिया … Read more

खानदान (भाग 2)- उमा वर्मा  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : बेटा बहू को छोड़ दिया कि जाओ,तुम लोग घूमो,फिरो।फिर समय आगे बढ़ता गया ।पोते की अच्छी शिक्षा और अच्छी परवरिश हुई तो अच्छी नौकरी भी लग गई ।वह मुम्बई के एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करने लगा।नौकरी करते चार साल हो गये ।बेटे को चिंता हुई अब इसकी शादी … Read more

खानदान (भाग 1)- उमा वर्मा  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मालती चुप चाप सोफे पर चिंता में बैठी है ।बेटा – बहू कल आ रहा है अपने बेटे के पास ।उसे तो खुश होना चाहिए था लेकिन वह बहुत परेशान है।दो महीने से मालती अपने पोते के पास है ।पूना में ।बेटा बहू पटना में रहते थे ।वहां पति का … Read more

खानदान और संस्कार – ऋतु गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज सूरजमल जी लज्जा, पीड़ा और शर्म से अपनी गर्दन झुकाए बैठे थे , आज जब उनके ही सामने उनके घर की बहू बेटियां पाश्चात्य  परिधानों में कुछ हद तक नग्नता धारण किए लाउड म्यूजिक पर नाच रही थी। इस सब में उनका साथ उनके घर के बेटे दे रहे … Read more

कन्यादान – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

ओ. रामपति बहन, सभी दो दिनों के लिए हरिद्वार जा रहे हैं तू भी चल! नहीं बहन.. एक बार बेटी का कन्यादान कर दूं फिर गंगा नहाऊं! जवान बेटी को अकेली कैसे छोड़ कर जाऊं? एक बार बेटी ससुराल चल जाए फिर मेरी जिम्मेदारी खत्म! बेटी की चिंता अकेली मां के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी … Read more

गंगा नहाना जरूरी तो नहीं… – मंजू तिवारी : Moral Stories in Hindi

 हम दोनों बहनों की शादी नहीं हुई थी तब मेरे पापा से लोग बातों बातों में ही कहते रहते थे दोनों बेटियों की शादी करने के बाद गंगा नहाना… एक बार की बात है ।कि मैं वहीं खड़ी थी और मेरे पापा ताई जी से बात कर रहे थे ताई  जी बेटियों की शादी के … Read more

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