फ़ैसला – निशा जैन : Moral stories in hindi

“पिताजी मैं कितनी बार कह चुकी हूं मुझे अभी शादी नहीं करनी, मैने फैसला कर लिया है कि मैं  आगे पढ़ना चाहती हूं ,अपने पैरों पर खड़ी होने की योग्यता हासिल करना  चाहती हूं। क्या पता भविष्य में कब जरूरत पड़ जाए इस योग्यता की, कम से कम डिग्री तो रहेगी मेरे पास जो मेरे … Read more

तुम पर सिर्फ मेरा अधिकार है – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

रागिनी जी के पाँच बेटे थे । पति की आमदनी बहुत कम थी फिर भी किसी तरह वे अपने बच्चों का पालन पोषण कर रही थी । खुद बहुत बड़े घर में पली बड़ी थी जहाँ रुपए पैसों की कमी नहीं थी । परंतु शादी के बाद पति के साथ मिलकर उसे अभाव की ज़िंदगी … Read more

तुम पर सिर्फ मेरा अधिकार है – मनीषा सिंह : Moral stories in hindi

रवि विश्वविद्यालय में फिजिक्स का प्रोफैसर था उसकी शादी  4 साल पहले रागिनी के साथ हुई थी। रवि  अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता । शादी के पहले रागिनी एक प्राइवेट स्कूल की टीचर थी पर शादी के बाद रवि ने रागिनी को जॉब के लिए मना कर दिया, रागिनी भी पति की आज्ञा को … Read more

तुम पर सिर्फ मेरा अधिकार है –   मंजू ओमर : Moral stories in hindi

क्यूं री चंदा अभी तक लेटी है नाश्ता खाना नहीं बनेगा क्या और घर का काम कौन करेगा जानकी जी की कड़कती आवाज आई जरा सी बेटे ने डांटा क्या दिया बैठी जाकर कोप भवन में। क्यों बकवास करती रहती है पति से बिना मतलब के उसका दिमाग खराब करती रहती है।अब तुम पर बस … Read more

एक नयी शुरूआत – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

दिवाकर जी ने एक बार फिर करवट बदली,और सोने की कोशिश थी,लेकिन उनकी कोशिश पूरी तरह से नाकाम रही,लेकिन देखा जाय तो बिस्तर पर लेटे लेटे वे पूरी रात करबटें ही तो बदलते रहे थे. नींद उनसे किसी जिद्दी बच्चे की तरह रूंठी हुई थी .समझ नही पा रहे थे कि नींद न आने का … Read more

तुम पर सिर्फ मेरा अधिकार है! – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral stories in hindi

रीता और रोहन बचपन से बहुत अच्छे दोस्त थे। स्कूल से लेकर कॉलेज तक दोनों ने साथ-साथ पढ़ाई की। साथ ही साथ दोनों को एक ही ऑफिस में नौकरी भी मिल गई। स्कूल टाइम से ही एक अन्य लड़का  कमल था जो इनका अच्छा दोस्त था और एक लड़की माधवी। चारों को एक साथ कैंपस … Read more

मास्टरनी – अदिति महाजन : Moral stories in hindi

“वो देखो जा रही है मास्टरनी |” ये शब्द अनजाने में या जानबूझ कर बोले गए थे, परंतु संबंधित उसी से थे, यह वह जानती थी |   पेशे  से मास्टरनी तो नहीं थी वह परंतु गलत होता देख के उसको  रोकना, टोकने का साहस अवश्य था उसके  अंदर |  कभी दिन में चलती स्ट्रीट लाइट … Read more

सही फैसला – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

   अपने नीरस एक ढर्रे पर चलती जिंदगी से बेजार… शीलू बिना पति बेटे की जानकारी के घर से निकल पडी। एक बैग में कुछ कपड़े, पैसे लेकर… “कहाँ जायेगी क्या करेगी  …सबकुछ अनिश्चित “!    यह भी ख्याल नहीं रखा कि दस वर्षीय बेटा बिना मां के कैसे रहेगा… स्कूल जायेगा, अपना काम करेगा और सीधा … Read more

फैसला – पूनम अरोड़ा : Moral stories in hindi

तुषार लखनऊ से दिल्ली पढ़ने आया था । वहीं कालेज के पास रहने वाले शर्मा जी के ऊपरी फ्लोर के एक कमरे में रहने की व्यवस्था भी कर ली। मम्मी साथ आने को कह रही थी लेकिन उसने कहा , “मैं अब बड़ा हो गया हूं,सब हैंडल कर सकता हूं।कुछ दिन बाद वहां मेरे साथ … Read more

एक अहम फैसला –  हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

क्या चाहती हो तुम कि तुम्हारे बेटे को जेल हो जाए, …हर बात में बीच-बीच में तुम्हारा टांग अड़ाना जरूरी है क्या? जब मैं बात को अपने हिसाब से हैंडल कर रहा हूं तो क्या जरूरत है तुम्हें अपनी राय मशवरा देने की..? तुम बेवकूफ थी और बेवकूफी रहोगी, बजाए अपने बेटे का साथ देने … Read more

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