देर से ही सही – करुणा मलिक : Moral stories in hindi
हैलो…. बाबूजी! मैं दीप्ति…चरण स्पर्श । आप …..माँ…..दीपक….और नंदा.. सब कैसे हैं ? हाँ….दीप्ति….सुखी रहो । बेटा .. तुम और मुन्ना कैसे हो ? दीप्ति ! आज अपने बाबूजी की याद आई, बेटा ? तीन साल का हो गया हमारा मुन्ना। बेटा , सब ठीक तो है? बाबूजी…. क्या मैं घर ….आ … जाऊँ…? घर…….. … Read more