बंधन – गुरविन्दर टूटेजा

 अनुज नाम था उसका….मेरे आफिस में थर्ड ग्रेड वर्कर था….मेरा तबादला अभी यहाँ हुआ था आफिसर की पोस्ट पर मैने तीन चार दिन पहले ही जाईन करा था….!!! अनुज बहुत मेहनती व समझदार था मुझे तो दीदी ही बोलता था पर एक दिन मेरे जूनियर प्रशांत ने उसे डाँटते हु़ये बोला कि वो मेडम है….तो … Read more

तुम्हारे लिए व्रत – लतिका श्रीवास्तव 

आज वट सावित्री पर्व है…. सुमित घर के आंगन में शांत अविचल विशाल वटवृक्ष के नीचे खड़ा था… खड़ा क्या था खोया था यादों में मानो कल की ही बात हो….सुधा को ,अपनी पत्नी को महसूस कर रहा था उसे यकीन ही नहीं हो रहा था की सुधा अब इस दुनिया में नहीं है …सारे … Read more

परख – नीलिमा सिंघल

उपासना जी भरे पूरे घर की सहृदय मालकिन थी 35 बसंत साथ देख चुके थे उपासना जी और उनके पति महेश जी, दोनों के एक पुत्र और दो पुत्रियाँ थी सभी जिम्मेदारी निभा चुके थे दोनों, अपने जीवन के अगले पड़ाव के बारे मे सोचना शुरू ही किया था कि एक रात हृदयाघात से महेश … Read more

डरावनी कहानी – पूजा मनोज अग्रवाल

22 नवंबर 2003 दिन शनिवार सुबह के 8 बजे पतिदेव मेरे  लिए बेड टी के साथ एक सफेद गुलाब हाथों में लिए हाज़िर हुए….. “शादी की सालगिरह मुबारक हो पूजा…”     मैने भी फूल हाथों में लेकर इन्हे   “Happy anniversary ” विश किया ….पतिदेव ने तो मुझे मेरी पसंदीदा बेड टी से सरप्राईज कर दिया … Read more

कैमरा – सुधा जैन

8 वर्षीय छोटू गरीब बस्ती में रहने वाला प्यारा सा बच्चा है। उसके पापा कबाड़ खरीदते हैं, और बेचते हैं । एक दिन कबाड़ में उन्हें कैमरा मिलता है ।छोटू उस कैमरे को देख कर बहुत खुश होता है ,और सोचता है ,इससे अच्छे-अच्छे फोटो निकलेगें। उसे मन ही मन बड़ी खुशी मिलती है। शाम … Read more

फूलों का तारों का सबका कहना है, कई हजारों में मेरी बहना है – सुधा जैन

#बड़ी_बहन मैं हेमंत अपनी बड़ी बहन सुधा दीदीके लिए कुछ लिखूं …. ऐसी मेरी सामर्थ नहीं है ।पर जब बात “बड़ी बहन मां के समान होती है” विषय पर लिखने की है तो मेरी कलम बहुत कुछ लिखना चाहती है… अपने दिल की बात आप सबको बताना चाहती है….। मेरी बड़ी बहन मुझ से 3 … Read more

मंजू माँ – मौसमी चन्द्रा

डोरबेल बजाने के साथ दरवाजा भी थपथपाया जा रहा था। मैं समझ गयी हमारी मेड होगी। इतनी जल्दबाजी उसे ही रहती है फिर भी आदतन मैंने होल से झांका तो वही खड़ी दिखाई दी। मुझे हँसी आयी उसका पका चेहरा देखकर! दरवाजा खोलते ही उसका जोरदार प्रश्न- “हेतना देरी काहे लगा देहलू?” “सो रही थी” … Read more

बैरी पिया (भाग दो ) -अनुपमा

भाग एक अब तक आपने पढ़ा की सुरजीत की शादी राजवीर से हो जाती है और राजवीर कनाडा वापिस चला जाता है वहां से कुछ दिन तक तो लगातार संपर्क मैं रहता है परंतु वो सुरजीत को कनाडा ले जाने की बात को हमेशा टालता ही रहता है और धीरे धीरे राजवीर के फोन आने … Read more

कामवाली –  ऋतु अग्रवाल

  “भाभी जी, आज मैं काम पर नहीं आऊँगी।” मीरा के फोन उठाते ही उसकी कामवाली मुन्नी की आवाज आई।       “अरे!क्या हो गया? तूने परसों ही तो छुट्टी ली थी। आज फिर! तेरा तो यह रोज का काम हो गया।” मीरा गुस्साते हुए बोली।     “भाभी जी! क्या करूँ? परसों से बिटिया को उल्टी, दस्त लगे हुए … Read more

कामवाली बाई – गोविंद गुप्ता

राजेश और करुणा एक ही शहर में एक ही कम्पनी में जॉब करते थे, मजे से रहते थे कोई बच्चा नही था तो छुट्टी के समय घूमने निकल जाते थे, लाकडाउन हुआ तो ऑनलाइन कार्य करने लगे पर यहां काम का कोई समय नही था टारगेट होता था जिसे पूरा करते करते रात भी हो … Read more

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