जो बंधन तोड़े न जा सके उनकी टीस ज्यादा दर्द देती है – संगीता अग्रवाल

सलोनी यूँही बैठी फेसबुक पर दोस्तों की पोस्ट देख रही थी अचानक उसे किसी पेज पर लिखी पंक्तिया दिखाई दी । “यूँ तो टूटे हुए रिश्तो की आह सर्द होती हैपर जो बंधन तोड़े ना जा सके उनकी टीस ज्यादा होती है। कितना सही लिखा है लिखने वाले ने किसी बंधन का टूटना इंसान को … Read more

जो बंधन तोड़े न जा सके उनकी टीस ज्यादा दर्द देती है (भाग 1) – संगीता अग्रवाल

सलोनी यूँही बैठी फेसबुक पर दोस्तों की पोस्ट देख रही थी अचानक उसे किसी पेज पर लिखी पंक्तिया दिखाई दी । “यूँ तो टूटे हुए रिश्तो की आह सर्द होती हैपर जो बंधन तोड़े ना जा सके उनकी टीस ज्यादा होती है। कितना सही लिखा है लिखने वाले ने किसी बंधन का टूटना इंसान को … Read more

मुझे भी शादी मे जाना है – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” मम्मा मम्मा ये क्या है ?” अलमारी साफ करते में सुनीति की चार साल की बेटी टिया इशारा करते हुए पूछती है। ” बेटा ये मम्मा पापा की शादी की एलबम है!” सुनीति बोली। ” मुझे देखना है मम्मा !” टिया बोली। ” ठीक है चलो बेड पर बैठो … Read more

समझदारी – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  भुवन जी सरकारी नौकरी से आज सेवानिवृति पा रहे थे…। जो पैसा सेवानिवृति मे मिला था उसे बेटे अमन ने बैंक मे जमा करने बोल दिया। भुवन जी और उनकी पत्नी का बहुत मन था एक दावत करे भले छोटी सी और बेटी – जमाई नाती- पोतों को उपहार दे … Read more

कैसा ये इश्क है ( अंतिम भाग ) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज जैसे ही केशव आया उसने हमेशा की तरह नर्स को फूल दिया मीनाक्षी को देने के लिए पर नर्स ने जब मीनाक्षी को फूल पकड़ाया तो उसने मेज पर रखने को बोल दिया। केशव जब अंदर आया तब मीनाक्षी ने उसकी तरफ देखा भी नही । ये बात केशव … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 17) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : मीनाक्षी को अस्पताल मे आज दसवा दिन था अभी तक केशव उसके सामने नही आया था। पर वो दूर रहकर उसकी देखभाल कर रहा था ये बात मीनाक्षी को बैचैन कर रही थी। वो चाहती थी केशव एक बार उसके सामने आये तो सारी बात साफ हो जब उसे मीनाक्षी … Read more

पागल – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

पापा,मिनी ने पूछा था अपने डॉक्टर पापा से,आप के रूम का नंबर तेरह है,गाड़ी के नंबर में भी तेरह आता है,सब इसे अशुभ मानते हैं आपको क्या ये शुभ लगता है? कोई नम्बर शुभ अशुभ नहीं होता बेटा!मुझे ये पसंद है क्योंकि मेरी एक पेशेंट कमली तेरह नंबर के कमरे में थी जिसे सब पागल … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 16) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : थोड़ी देर बाद कैलाश जी और सरला जी भी अस्पताल आये उन्हे ये उम्मीद थी की अब तक तो मीनाक्षी को होश आ गया होगा पर उन्हे निराशा ही हाथ लगी। तभी केशव अनिता जी के पास से उठा और मीनाक्षी के कमरे के बाहर पहुंचा। ” मीनू तुम मेरी … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 15) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” मीनाक्षी के पापा हमारी बेटी ठीक तो हो जाएगी ना , हमारी तो सारी दुनिया वही है उसे इस हालत मे देख मेरा तो कलेजा मुंह को आ रहा है !” अनिता जी पति के कंधे पर सिर रखते हुए बोली। ” चिंता मत करो भगवान इतना निष्ठूर नही … Read more

 हम बूढ़े भले है पर लाचार नही – संगीता अग्रवाल : short moral story in hindi

अपने घर के एक कमरे मे बीमार पड़ी शारदा जी शून्य मे निहार रही थी । कहने को उनकी बीमारी कोई बड़ी नही थी पर जब मन ही बीमार हो तो तन कैसे बेहतर महसूस कर सकता है ।  ” अम्मा जी लीजिए ये खिचड़ी खाकर दवाई ले लीजिए !” तभी उनके घर काम करने … Read more

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