उपेक्षा – उमा वर्मा : Moral stories in hindi

 Moral stories in hindi : मै निधि जीवन भर उपेक्षा का दंश झेलते झेलते आखिर अंतिम सफर पर आ गई ।कहते हैं कि जिसे मायके में प्यार नहीं मिला उसे ससुराल में भी उपेक्षा ही मिलती है ।दीदी के जन्म के नौ बरस के बाद मेरा जन्म हुआ ।माँ को बेटे की लालसा थी । … Read more

खोखले रीति-रिवाजों की उपेक्षा – रश्मि सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शैलजा-सुनो आज से बाऊजी के दसवें तक सब औरतों को बाहर नहाना है। वहाँ पड़ोस की सभी औरतें होंगी, तो सर पर पल्लू, आँखें नीचे, अच्छे से साड़ी बाँधना, एड़ी ना दिखे। एक बात और अपने कपड़े वही धोकर हाथ में उठाकर ले आना। प्रीति (शैलजा की बहू)-मम्मी मैं सबके … Read more

उपेक्षा – पूजा गीत : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मैं जिस घर में किरायेदार थी उसके सामने वाला घर मुझे बहुत प्रिय था, कारण था उनका बगीचा और साथ में लगा झूला. बचपन से कुछ ऐसे ही घर की सोच मेरी भी थी, हरियाली और झूला. जहाँ बैठ कर चाय पीयूं और कुछ लिखा करूँ. एक और बात उस … Read more

मैं नहीं भुला…… – पारुल अग्रवाल मित्तल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कल से मन बहुत खिन्न था। सुबह सुबह वॉक पर निकल आया।प्रकृति के बीच मन को थोड़ा सुकून मिल जाता है ,लेकिन मन घूमने में लग नही रहा था।कुछ था जो मन को कचोट रहा था। डॉ अमन ,……पीछे से डॉ विजय ने आवाज़ दी। अरे डॉ रोहन हाउ आर … Read more

“जाको राखे साइयां मार सके ना कोई” : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कई बार कहावतें इतिहास के पन्नों से निकलकर व्यक्ति के जीवन को प्रदर्शित करती हैं, ऐसी ही एक घटना को प्रदर्शित  करती मेरी ये कहानी कालबेलिया नृत्य की चिर परिचित नृत्यांगना गुलाबो देवी के जीवन को चरितार्थ करती है, जो राजस्थान के कबीले के लोगों सपेरा जनजाति से सम्बंध रखतीं … Read more

प्रेम भरा सावन – मिठु डे : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : पापा- प्रीत!बेटा! इस बार तू अपनी माँ के साथ ग्वालियर चली जा ,मेरे ऑफिस में बहुत अर्जेंट काम आ गया है इसलिए मैं नहीं जा पाऊँगा ।ऊपर से तेरी दोनों बहनों की परीक्षा भी है इसलिए मेरा यहाँ रहना बहुत जरूरी है तू अपनी माँ के साथ चली जा बेटा!! … Read more

उपेक्षा का दंश – वीणा सिंह : Short Moral Stories in Hindi

 Short Moral Stories in Hindi : बचपन से उपेक्षा का दंश झेलती मैं विधि आज बसेरा एनजीओ की डायरेक्टर हूं.. पर आज भी अक्सर स्मृतियों के समुंदर में न चाहते हुए भी गोते लगा हीं लेती हूं..             तबियत ठीक नहीं रहने के कारण आज पहले हीं ऑफिस से आ गई.. सोचा थोड़ा रेस्ट करूंगी.. … Read more

“चांदी के कड़े ” – कविता भड़ाना : Short Stories in Hindi

Short Stories in Hindi : “सुंदर नक्काशी किए हुए ये चांदी के कड़े आपके पैरों में कितने सुंदर लगते है दादी”     पायल ने अपनी दादी सुलक्षणा जी से कहा, तो दादी जल्दी से उन्हे उतारते हुए बोली,   अरे ये तो मैं, अपने प्रियांशु की शादी   में उसकी दुल्हन को मुंह दिखाई में दूंगी, और उठाकर … Read more

ममत्व – बालेश्वर गुप्ता : Short Moral Stories in Hindi

  माधवी,मुझे लग रहा है आज माँ की तबियत ठीक नही है, वो अभी भी सो रही है।मेरी ऑफिस में बहुत ही जरूरी मीटिंग है।तुम मां को डॉक्टर को दिखा लाना।     नही नही, रमेश आज मेरी किटी पार्टी है,मुझे उसमे जाना है।मैं डॉक्टर के पास नही जा सकती।     माधवी माँ से ऊपर क्या किटी पार्टी हो … Read more

 तुम करती ही क्या हो.!! – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

रचना की शादी विकास से दो साल पहले हुई थी विकास की सोच भी औरों जैसी थी की औरतों को काम ही क्या होता है क्योंकि खुद ने कभी एक ग्लास पानी भर कर नही पीया शुरू से मां ने सेवा करी जब नौकरी लगी तब भी मां साथ आ गई की बेटे को खाने … Read more

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