उपेक्षित समय – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अरे क्या तुम भी जब तब पुरानी बात लेकर बैठ जाती हो, भूलो सब…पैंतालीस साला रमा की बात पर उसके पचास साल के पति किशोर ने मजाक बनाते हुए कहा। कैसे भूल जाऊं, मेरे अच्छे दिन को बुरे दिन बनाकर रख दिए थे, अब तो सब कुछ एक सा ही … Read more

उपेक्षा का दर्द – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : घर में बेहद खुशी का वातावरण था। घर की सबसे बड़ी बेटी संगीता का रिश्ता एक बहुत अच्छे परिवार में तय हो गया था। घर की पहली पहली शादी, सभी बहुत खुश थे। संगीता के दादा दादी, दो चाचा और चाचियां, उनके बच्चे, संगीता के मम्मी डैडी और छोटे भाई … Read more

 आरू – गुरविंदर टूटेजा : Moral stories in hindi 

Moral stories in hindi :  आराधना…आरू तब तक थी जब तक उसके पापा-मम्मी थे वो ही उसे प्यार से बुलाते थे उनके जाने के बाद तो उसे लगता कि उसका नाम उपेक्षा होना चाहिए क्योंकि फिर तो वो हर वक्त उपेक्षित ही होती थी…!!!!  आराधना बड़े दादा जी ने आवाज लगाई…!!!! जी दादा जी..!   बेटा … Read more

उपेक्षा एक नारी की! – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : लक्ष्य एक औसत कद काठी का, गेंहुआ रंग, खूबसूरत तो नहीं कहा जा सकता लेकिन स्मार्ट सा युवक था। वह एक इंजीनियर था।  उसकी शादी एक घरेलू किस्म की लड़की रागिनी से हो गई थी। जो देखने-सुनने में खूबसूरत तो थी लेकिन बनाव श्रृंगार से कोसों दूर रहती थी।  लक्ष्य … Read more

इंसाफ – पुष्पा ठाकुर : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुबह के करीब पांच बज रहे थे,हल्का उजाला धरती को नींद की चादर से बाहर खींचने लगा था ।कोई था जिसे आज पूरी रात इस पल की प्रतीक्षा थी।   ‘दीनू …. पानी पिला दे बेटा…’   अत्यंत ही कंपती हुई एक बूढ़ी हो चुकी आवाज रातभर पानी के लिए पुकारती रही … Read more

एक बार फिर- आयुष मिश्र : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : तुम इतनी जल्दी उठ गई अपने पति रवि के मुंह से ऐसे शब्द सुन शैली अवाक रह जाती है , और अपने अतीत मे खो सी जाती है। 4 साल पहले जून में उसकी मुलाकात रवीश से उसकी मौसी के घर मौसेरे भाई की शादी में हुई थी जिसे देखते … Read more

बदले हुए तेवर – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कभी-कभी व्यक्ति एक चाहत में अंधा हो जाता है। हालांकि हालात और सामाजिक परिस्थितियाँ भी इसके लिए जिम्मेदार है। परन्तु अन्त में उसे पछतावा ही हाथ लगता है।ठीक यही कहानी डाॅक्टर उमेश की है। डाॅ उमेश ने अस्पताल के बिस्तर पर लेटे-लेटे कराहते हुए कहा -” नीना बेटा! मुझे बहुत … Read more

” प्रीत की डोर ” – रणजीत सिंह भाटिया : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ” चलो बेटा कुछ चाय नाश्ता ही कर लो…सुबह से कुछ भी नहीं खाया…. ” सुजाता जी अपने पड़ोसी के बेटे रजत से कह रही थी, जो कि उनकी बेटी रमा की शादी में सारी तैयारियां करवा रहा था, सुजाता जी ने आवाज लगाई ” अरे बेटा नीतू जरा इधर … Read more

उपेक्षा बनी हौसला – मसीरा मैसी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मैरी जब ग्यारह साल की थी, उसके माँ-बाप एक कार दुर्घटना में भगवान को प्यारे हो गये। दुःखों का मानों उस पर पहाड़ ही टूट पड़ा। ऐसे में उसके चाचा-चाची ही सहारा बने, जिन्हों ने बदले में उसके पापा की सारी धन-सम्पत्ति अपने पास रख ली। वह उस समय आठवीं … Read more

उपेक्षा – के कामेश्वरी : Short Stories in Hindi

Short Stories in Hindi : रोशनी के पति की मृत्यु हो गई थी । उसका एक बेटा था जो बारहवीं कक्षा में पढ़ रहा था । उसने खुद ने तो कोई पढ़ाई नहीं की थी इसलिए अपने बेटे को वह पढ़ाना चाह रही थी । उनकी एक छोटी सी दुकान थी । यहाँ तक सब … Read more

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