“अम्मी” – आसिफ शेख : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जब अब्बा की तनख्वाह के 1350 रुपये खर्च हो जाते थे, तब अम्मी हमारी पसंदीदा डिश बनाती थीं. नुस्खा यह था कि सूखी रोटी के टुकड़ों को एक पुराने कपड़े के थैले में रखा जाता था और इन टुकड़ों का भाग्य महीने के आखिरी दिनों में खुलता था। इन्हें पानी … Read more

मतलबी रिश्ते – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मेरा मन किया कि आज मोहल्ले में पीछे की लाइन में शुक्ला आंटी रहती है आज उनसे मुलाकात की जाएं । वैसे मैं अक्सर उनके पास जाकर बैठ जाती थी घंटे दो घंटे को और भी लोग आ जाते थे इस पड़ोस के । लेकिन इधर करीब पंद्रह दिन से … Read more

मेरी बिटिया – निभा राजीव “निर्वी”

“वाव पापा !! क्या सच में हम गांव जा रहे हैं…. कितना मजा आएगा…. कितने दिन हो गए सब से मिले हुए…. दादू, दादी मां, चाचा, चाची और सब भाई बहन… सबसे मिलूंगी और खूब सारी मस्ती करूंगी सबके साथ… मेरी गर्मी की छुट्टियां तो खूब मजे से कट जाएंगी….” मार्शल आर्ट की कक्षा से … Read more

कलंकनी – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ओ बबिता भाभी आपने कुछ सुना क्या ?? अरे नहीं तो …. क्या फिर से कोई नई चटपटी खबर लेकर आयी हैं तू रिंपी … भाभी बबिता चटकारे लेते हुए बोली… अरे वो जो 18 नंबर वाली नूरी भाभी हैं ना ..सुना हैं उनकी बेटी सिम्मी घर छोड़कर भाग गयी … Read more

जहाँ चाह वहाँ राह – मेघा मालवीय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हमारे पडोस में विनोद जी का परिवार रहता है। वो लोग आज से  शायद20-25साल पहले आकर बसे है।   मतलब पहले वो अपने माता पिता के साथ रहते थे फिर वो लोग कही ओर जाकर  बस गए। फिर विनोद जी अपनी पत्नी और 1 बेटे के साथ , 20 साल … Read more

धब्बा लगना : short story with moral

short story with moral : पीयूष-मम्मी कब आओगी मिलने, और साथ में खाने के लिये मठरी, नमकीन भी लेती आना। यहाँ मेस का ख़ाना खाते खाते ऊब गया हूँ। रंजना (पीयूष की माँ)-मेरा पुत्त, मैं कल ही आ रही हूँ, और तेरी पसंदीदा हर चीज़ लाऊँगी। पीयूष-अरे वाह मम्मी। तुम बहुत अच्छी हो। रंजना और … Read more

दरकते रिश्ते : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज अग्रवाल साहब अपनी लड़की के रिश्ते के लिए जा रहे थे। सारी तैयारी कर ली गई। शगुन में देने के लिए गिन्नी भी रख ली।चाचा को भी साथ ले लिया गया। देखने दिखाने का कार्यक्रम चल रहा था। गोद भरने की तैयारी हो रही थी। लेकिन तभी कुछ कानाफूसी … Read more

आस्तीन का साँप : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” ये क्या कर रहे है आप मकान बेच सारा पैसा अपने भाई को दे रहे है जबकि आपको पता है ये मकान हमने लेकर ही इसलिए छोड़ा था कि कल को बच्चो की पढ़ाई मे कोई अड़चन ना आये !” स्वाति पति रौनक से बोली। ” स्वाति बच्चो की … Read more

ऐसे धब्बे की परवाह नहीं* : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : नित्या को ससुराल छोड़ आये देख दादी उस पर गुस्सा हो रही थी। बार बार कह रही थी-  “चौधरी परिवार पर धब्बा लगाएगी तलाक का।  आज तक इस परिवार में कभी किसी ने तलाक नहीं लिया है।  सब ने चाहते न चाहते हुए एडजस्ट किया है । अपनी बुआ रानो … Read more

इज्जत : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “अरे यह काम वाली नहीं आ रही। घर में कितना काम है।”  ‌‌मनीषा झल्लाते हुए कहती है। मनीषा की सास सावित्री जी पलट कर कहती हैं,”इन कामवालियों पर तो बहाने ही होते हैं। नैना की गोद भराई है परसों। कौन संभालेगा इतना काम” अगले दिन काम वाली बाई मुंह को … Read more

error: Content is protected !!