निराशा के बादल छंटने लगे हैं-Mukesh Kumar
आज मेरी पहला करवा चौथ था। मैंने अपने पति दिनेश से आज जल्दी ऑफिस से घर आने को बोला था. शाम के 5:00 बज गए थे लेकिन दिनेश अभी भी ऑफिस से घर नहीं आए थे। मैंने उनको फोन किया तो उन्होंने बोला रास्ते में हूं तुम्हें तो पता ही है कि पहाड़ी वाले मेरास्ते … Read more