अम्माजी का श्राद्ध – नीरजा कृष्णा
सुमन सुबह से दौड़भाग में लगी थी। आज सासूमाँ के श्राद्ध और तर्पण की तिथि थी। वो और उसके पति सुनील जी इसको बहुत विधिविधान से करने में विश्वास रखते थे और पूरी श्रद्धा से करते भी थे। फैक्टरी और घर के समस्त स्टाफ़ के अलावा कुछ नाते रिश्तेदार और कुछ खास खास मित्रमंडली के … Read more