बेवाई पैरों की, – गोविन्द गुप्ता
अर्जुन एक मजदूर था रोज सुवह जाना और अड्डे से काम की तलाश में निकल जाना यह रोज का कार्य था, तीन बच्चे थे जो छोटे थे, सरकार का स्कूल चलो अभियान चला तो उनका एडमिशन सरकारी स्कूल में हो गया, बड़ा बेटा पढ़ने में तेज था हाईस्कूल की पढ़ाई के बाद कोई स्कूल भी … Read more