मैं मॉडर्न हूँ – डॉ उर्मिला शर्मा
वीकेंड के बाद आज एंजेला को ऑफ़िस का काम निपटाते- निपटाते तीन बजने को आ गये थे। तभी बॉस ने एक ‘इम्पोर्टेन्ट पेपर’ टाइप करने के लिए भिजवाया जिसे आज ही करके देना था। इसे पूरा करने में पक्का दो घण्टे से कम नहीं लगने वाले थे। सोचा था आज जरा जल्दी निकलकर डॉ का … Read more