वृक्ष का जीवन चक्र ” – रणजीत सिंह भाटिया
समुंदर के किनारे बहुत सी रेतीली जमीन थी l पर हरियाली बहुत ही कम थी,कहीं कहीं पर इक्की दुक्की झाड़ियां थी एक दिन वहां पर एक नन्हा सा पौधा उग आया जो बहुत ही सुंदर था l कुछ ही समय में वह नन्हा पौधा एक घना वृक्ष बन गया उसके ऊपर बहुत ही सुंदर सुंदर … Read more