आज के पोस्ट मे Current Account यानी चालू खाता और Saving Account यानी बचत खाता के मूलभूत अंतर के बारे में बताऊंगा कि आखिर क्या होता है यह करंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट इसका प्रयोग किस को करना चाहिए और इसके क्या फायदे होते हैं सब कुछ आज हम इस post में आपको बताएंगे।
दोस्तों आपने भी अक्सर एटीएम से पैसे निकालने जाते होंगे वहां जैसे ही आप एटीएम लगाते होंगे पैसा निकालने से पहले आप से पूछता होगा कि आप करंट अकाउंट या सेविंग अकाउंट इन दोनों में से किसी एक को सिलेक्ट कीजिए।
दोस्तों बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता होगा कि करंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट में आखिर अंतर क्या होता है दोनों में तो पैसे जमा ही होता है और पैसे निकाल भी सकते हैं तो फिर इनका मतलब क्या होता है तो बने रहिए हमारे post के साथ और इस post को लास्ट तक पढ़िये क्योंकि मैं आज बताने वाला हूं इन दोनों के बीच का प्रमुख अंतर ( difference between savings and current account ) के बारे में ।
दोस्तों तो सबसे पहले आइए जान लेते हैं कि सेविंग अकाउंट यानी की बचत खाता क्या होता है (What is Saving Account)
दोस्त एक सेविंग अकाउंट का प्रयोग लोग इस लिए करते हैं इस अकाउंट मे आप अपने कमाए हुए रकम को धीरे धीरे जमा कर बचा सकते हैं। सेविंग अकाउंट में हटा धारी को अलग अलग समय के लिए अलग-अलग ब्याज भी मिलता है।
बचत खाता आप पर्सनल रूप से या ज्वाइंड रूप से मिल कर दोनों तरह से ओपन कर सकते हैं इस अकाउंट में आप को मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की आवश्यकता होती भी है और कई परिस्थितियों में नहीं भी होती है जैसे जन धन योजना के थ्रू जो भी सेविंग अकाउंट खुले हैं उसमें आप जीरो बैलेंस भी रख सकते हैं।
जिस व्यक्ति का सेविंग अकाउंट होता है उसको बैंक मोबाइल बैंकिंग इंटरनेट बैंकिंग चेक फैसिलिटी आदि सुविधाएं प्रदान की जाती है।
तो दोस्तों यह तो रही सेविंग अकाउंट के बारे में प्रमुख जानकारी अब आइए आपको बताते हैं करंट अकाउंट ( Current Account ) यानी चालू खाता के बारे में मुख्य बातें।
दोस्तों सबसे पहले आपको बता दें कि चालू खाता का प्रयोग हम पर्सनल प्रयोग के लिए नहीं करते हैं यह खाते का खोलने का उद्देश्य होता है बिजनेस लेनदेन के लिए खाते का खोलना इसमें हम अपने कंपनी के या कोई भी व्यापार कर रहे हैं तो उसके पैसे का लेन-देन करते हैं। दोस्तों करंट अकाउंट में ज्यादातर बैंक कोई भी ब्याज आपको नहीं देते हैं।
इस अकाउंट का सबसे बड़ा फायदा क्या होता है( benefits of Current Account ) कि इसमें पैसे निकालने और जमा करने की कोई सीमा नहीं होती है आप जितना चाहे पैसा निकाल सकते हैं या जितना चाहे पैसा जमा कर सकते हैं लेकिन सेविंग अकाउंट में ऐसा नहीं कर सकते हैं उसमें पैसे निकालने और जमा करने की भी लिमिट होती है। इसीलिए दोस्तों अधिकतर बिजनेसमैन करंट अकाउंट का प्रयोग करते हैं। वर्तमान मे करंट अकाउंट धारी को भी बैंक एटीएम चेक बुक और इंटरनेट बैंक की फैसिलिटी प्रोवाइड करवाती है।
दोस्तों यह तो रही चालू खाता और बचत खाता की मुख्य विशेषताओं के बारे में कुछ जानकारी अब हम आपको इन दोनों के बीच के मुख्य अंतर क्या है वह बताने जा रहे हैं।
दोस्तों सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट का मुख्य अंतर यह होता है कि सेविंग अकाउंट हमारे बचत को बढ़ाने के लिए खोला जाता है और वहीं पर करंट अकाउंट हमारे बिजनेस मे आए पैसे के लेनदेन के लिए खोला जाता है।
दोस्तों बचत खाता ज्यादातर बोलो खोलते हैं क्यों कहीं पर सरकारी या प्राइवेट नौकरी करते हैं उसमें उनकी सैलरी अकाउंट भी होती है लेकिन करंट अकाउंट ज्यादातर बिजनेसमैन कोई एनजीओ या कंपनी द्वारा खोली जाती है।
सेविंग अकाउंट में महीने में लेनदेन की सीमा होती है कि आप इस महीने में इससे ज्यादा पैसा कमाया निकाल नहीं सकते हैं अगर आपको यह चीज करना है तो इसके लिए आपको कुछ चारजबैक को देना पड़ेगा लेकिन अगर आपके पास करें अकाउंट है तो ऐसी आपको कोई भी प्रतिबंध नहीं है आप जितना मर्जी चाहे बैंक से पैसा निकाल या जमा कर सकते हैं,।
सेविंग अकाउंट में और करंट अकाउंट में एक प्रमुख अंतर यह भी होता है इसे भी न अकाउंट में जनरल तौर पर 5 या 6 पर्सेंट का ब्याज भी मिलता है। वहीं करंट अकाउंट पर बैंक आपको कोई भी प्याज नहीं देती है।
दोस्तों सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में आजकल मिनिमम बैलेंस रखने की प्रतिबद्धता हो गई है अगर आप मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं रखते हैं तो आपको बैंक द्वारा पेनल्टी वसूली जाती है लेकिन सबसे बड़ा पर किया है सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस बहुत कम होता है वही करंट अकाउंट में 10,000 से ऊपर ही होता है।