जो लिखा है वही होगा –   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: रानो को पहली संतान बेटी हुई थी । जबकि रघु और उसकी माँ को बेटे की चाह थी । रानो की सास को जब पता चला कि वो फिर से दादी बनने वाली हैं । तो उसके चेहरे पे एक चमक आ गई । उसने अपने बेटे को बुलाया और कहा … Read more

जो लिखा है वही होगा – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

रानो को पहली संतान बेटी हुई थी । जबकि रघु और उसकी माँ को बेटे की चाह थी । रानो की सास को जब पता चला कि वो फिर से दादी बनने वाली हैं । तो उसके चेहरे पे एक चमक आ गई । उसने अपने बेटे को बुलाया और कहा कि तुम बहू को … Read more

माँ का रूप – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

सुबह-सुबह की भोर थी …सब लोग मनु को ढूँढ रहे थे । घर का हर एक कोना ,आस-पड़ोस सब जगह देख लिया पर उसका कहीं कुछ पता नहीं चल रहा था । वीणा जो इस घर में मनु की नयी माँ बनकर आयी थी । वो बोली “उसके दोस्तों से भी पूछो ! वो बिना … Read more

कौन अपना कौन पराया – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

यश शिवांगी से आए दिन लड़ता रहता था । उनकी शादी को दो साल हो गए थे । लेकिन यश ने कभी भी अपनी पत्नी की कद्र नहीं की । इसलिए वो शिवांगी को छोड़ किसी और से रिश्ता जोड़ बैठा । यश की हरकतों से तंग आ उसके माँ – बाप ने तो उससे … Read more

ये तेरा घर ये मेरा घर- स्नेह ज्योति: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  आज मेरे बेटे अनमोल की शादी हुई है सब बहुत खुश है ! कि लड़की वालों ने खूब ख़ातिरदारी करी और सब रिश्तेंदारों का अच्छे से मान किया । अनमोल के फूफा जी तो अपनी अंगूठी देख फूले नहीं समा रहे थे । घर में एक नया सदस्य आया है … Read more

अटूट बंधन – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

जल्दी करो बारात आती होगी जयचंद जी बौखलाए हुए इधर – उधर घूम रहें थें ।आज उनकी इकलौती बेटी की शादी है वो कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते थे । माथे से पसीना पोंछते हुए दरवाज़े पे निहारते हुए कश्मकश में खोए एक बाप की जिम्मेदारी निभा रहे थे । एक माँ- बाप के लिए … Read more

शक से हुई शुरूआत- स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : चलो भाई चलों सामान अच्छें से पैक करो अगर कुछ टूटा तो खैर नहीं । अरे साहब ! आप निश्चिंत रहिए बिना टूटे सब ढंग से पहुँचा देंगे । घोष बाबू कोलकाता के एक प्रतिष्ठित अख़बार में का काम करते थे । उनको शक करने की बहुत बीमारी थी । … Read more

सम्मान – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

आज कॉलेज में मेरा पहला दिन हैं । छात्र के तौर पे नहीं , विश्वविद्यालय में हिस्ट्री के अतिथि शिक्षक के तौर पे ।बहुत हाथ पैर मारने के बाद ये नौकरी मिली है । कहते है ना कि “ कुछ ना होने से , कुछ होना ही बेहतर है “। शिक्षक के रूप में अपने … Read more

ससुर ने ली सास की पदवीं – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अरुण बहुत बेचैन अपने घर की छत पे बैठ सिगरेट पी रहा था । तभी उसके पापा जी ऊपर आए उन्हें देख उसने सिगरेट नीचे फेंक दी । क्या हुआ बरखुरदार ??? नीचे क्यों फेंक दी, मेरे सामने पीने में शर्म काहे की पियो । नही पापा जी ! ये … Read more

काश पहले मिलता – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सूरजभान जी हमेशा अपनी गर्दन अकड़ के चलते थे । जब भी कोई पार्क में मिल जाता तो बस अपने दामाद के गुण गाने लग जाते । देखो मेरे दामाद ने इस बार अमेरिका से ये भिजवाया है । क़सूर इनका भी नही है , जब बिना हाथ पैर मारे … Read more

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