आठ-आठ आंसू ‌रोना – संगीता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

मां हमेशा कहती थी,”देख नीरू,जब शादी होगी, ससुराल तो जाना ही है। कुछ तो सीख ले बेटा! ससुराल में हंसी का पात्र न बनना पड़े, मुझे ताना ना मिले, इस बात का तो ख्याल कर! जग हंसाई मत कराना।” पर सुनता कौन था मां का!एक कान से सुन दूसरे कान से निकाल देती थी। “नहीं … Read more

घर -आंगन – संगीता श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  मन ही मन बहुत चाहता था निखिल उसे लेकिन मन की बातें मन में ही दबा रखा था। साहस नहीं जुटा पाता था कि उससे कह सके,”मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं।”डरता था कि यदि कहूं और मिनी फट पड़ी तो……..? ना बाबा ना, मैं नहीं कहूंगा। मिनी बस उसे … Read more

ससुराल – संगीता श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मायके से ससुराल की दहलीज पर कदम रखते ही एक अलग -सी अनुभूति हुई। एकदम से सब कुछ बदला …..सब कुछ नया…..हर कुछ नया… नई जगह, नए रिश्ते, नए परिधान, नई सोच, नया परिवेश और रहन-सहन सब कुछ नया-सा….! कितनी मुश्किल घड़ी थी मेरे लिए, इन सारे नयापन के साथ … Read more

शायद कभी नहीं – संगीता श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :  “अरे, क्या कर रहे हो तुमलोग? शीशे हैं, चुभ जाएंगे पैरों में।” मैंने उन्हें टोका था। उन्हीं में से एक लड़के ने कहा था- “दीदी, हमने इन्हीं शीशों पर तो चलना सीखा है, इन्हीं कूड़ों पर तो होश संभाला है।” “पर इसके पहले तो मैंने तुम्हें यहां नहीं देखा।” “हां … Read more

दाग – संगीता श्रीवास्तव : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi : ” अरे , सुयश की अम्मा! पूरे मोहल्ले में आपके बेटे की चर्चा हो रही है, क्या आपको नहीं पता?” मिश्राइन की यह बातें सुन सुयश की मां ने कहा,”क्या कह रही हैं आप? मैं कुछ समझी नहीं!” ” अरे बहन जी, बेटा सुयश और बैंक में उसके साथ … Read more

चुप्पी‌ का राज – संगीता श्रीवास्तव : Short Moral Stories in Hindi

”  पुरूष! पुरूष हो तुम! पुरुष होने का दंभ भरते हो ? मेरी जिंदगी को बर्बाद करके क्या मिला तुम्हें? क्या फर्ज किया पति होने का, बताओ तो सही? पत्नी हूं तुम्हारी!! क्या समझ रखा है मुझे, अबला! अबला जरूर हूं लेकिन तबला नहीं जिसे जैसे चाहो ,जब चाहो, बजा दो। मैं चुप नहीं रहूंगी … Read more

घमंड – संगीता श्रीवास्तव : best hindi stories

अंजलि मुंहफट औरत थी। उसे किसी को भी नीचा दिखाने में मजा आता था।   उनके पति अच्छे ओहदे पर पोस्टेड थे।वह स्वयं तो खूबसूरत थी ही और बेटी मां से भी खूबसूरत। किसी को अपने में लगाती‌ नहीं थी। एक दिन बातों ही बातों में, अंजलि अपनी देवरानी निर्मला से कहने लगी,”क्या करोगी निर्मला! … Read more

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