माँ की ममता बेटा – बेटी का भेद नही जानती – संगीता अग्रवाल : hindi kahani

hindi short story with moral :  ” मिताली बहू कल अहोई अष्टमी का व्रत है तुम तो ये व्रत नहीं करोगी जाह्नवी ( मिताली की ननद) यहीं आएगी व्रत पूजन को तुम तैयारी कर देना सब !” सास शीला देवी अपनी बहू से बोली। ” पर मांजी मेरे भी अब बेटी है और ये व्रत … Read more

” एक परिवार ऐसा भी ” – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

शादी के दिन जैसे जैसे नजदीक आ रहे थे वैसे वैसे सलोनी का मन घबरा रहा था। कारण था ससुराल का संयुक्त परिवार जबकि मायके में सलोनी के पापा की ट्रांसफर वाली जॉब होने के कारण सलोनी एकल परिवार में ही पली बढ़ी थी। ” सलोनी क्या सोच रही है यूं अकेले बैठे ?” एक … Read more

माँ बाप का फर्ज है बच्चो को सही राह दिखाए – संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : उमा जी अभी पति और सास के लिए नाश्ता मेज पर लगा रही थी तभी दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी। ” अरे सोनाली तुम इस वक्त और ये बैग सब ठीक तो है ना ?” उमा जी दरवाजा खोलते ही सामने बेटी को देख बोली। ” मम्मी पहले अंदर … Read more

ये भेदभाव क्यो – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” नंदिनी …नंदिनी कहा हो तुम ?” रितेश घर मे घुसते ही चिल्लाया।  ” बेटा नंदिनी तो अभी तक आई नही और महारानी का फोन भी बंद आ रहा है !” रितेश की माताजी शांति जी मुंह बना कर बोली।  ” क्या आई नही !! पर बाहर तो बहुत बारिश … Read more

खून का रिश्ता कमजोर नही होता – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” मम्मी पापा आज मेरा सपना पूरा हो गया मुझे विदेश जा कर पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप मिल गई !” चिराग खुशी से झूमता हुआ अपने माता पिता से बोला। ” ये तो बहुत अच्छी बात है बेटा । ऐसे ही तुम्हारे हर सपने पूरे हो !” उसके पिता रतन … Read more

किस्मत या धोखा – संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विवाहवेदी पर आलोक के साथ फेरे लेती सुगंधा कितनी खुश थी । अपने भावी जीवन  के अनेको सपने देखे थे उसने और अब उन सपनो के पूरे होने का वक्त आया था । सुगंधा की सहेलियाँ उसकी किस्मत पर रश्क कर रही थी कितना अमीर परिवार मिला है उसे साथ … Read more

वो दस मिनट – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” मीनू देखो दरवाजे पर कौन है !” दरवाजे की घंटी बजने पर मानसी ने अपनी घरेलू सहायिका से कहा।  ” मैडम ये कोई लेटर आया है साहब के नाम !” आगंतुक जो कि एक डाकिया था से एक चिट्ठी ले मानसी से मीनू बोली । ” अच्छा ला इधर … Read more

खुशी – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” सुनो सरला एक बहुत अच्छी खबर है !” जितेंद्र जी दरवाजे से ही चिल्लाते हुए बोले। ” अरे ऐसी क्या खबर है जो आपको अंदर आने का सब्र भी नही हो रहा ?” सरला जी रसोई से निकलते हुए बोली। ” अरे भाग्यवान बात ही ऐसी है ! अपनी … Read more

अपनों की अहमियत – संगीता अग्रवाल 

ये क्या खुशी और अथर्व तुम दोनों फिर फोन में लग गए हो !” तृप्ति ने अपने दोनों बच्चों से कहा। ” और क्या करें मम्मा स्कूल की छुट्टियां है कुछ काम नहीं करने को तो फोन ही चलाएंगे ना !” बारह साल का अथर्व बोला। ” और नहीं तो क्या !” दस साल की … Read more

सच्ची जीत – संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  विद्यालय मे दौड़ प्रतियोगिता शुरु हो गई थी । सभी बच्चे अपना जोर लगा रहे थे प्रथम आने के लिए और उनके माता पिता भी तो उनका उत्साह बढ़ा रहे थे । वही विद्यालय के बाकी बच्चे एक तरफ बैठे नायरा नायरा चिल्ला रहे थे क्योकि नायरा हर बार प्रतियोगिता … Read more

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