कैसा ये इश्क है ( भाग – 6) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” केशव तुमने कुछ खाया आज या गुस्से के कारण भूख भी उड़ गई तुम्हारी !” घर आकर केशव को कमरे मे लेटा देख मीनाक्षी बोली। ” तुमसे मतलब !” केशव उखड़े स्वर मे बोला। “” चलो ना कही घूमने चलते है !” मीनाक्षी घर वालों के होते बात नही … Read more

घर अब घर लगता है – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” क्या बात है नीलेश इतना उदास क्यो लग रहा है ?” अतुल जो नीलेश का सहकर्मी और दोस्त दोनो था उसकी सीट पर आ पूछने लगा। ” क्या बताऊं यार परेशान हो गया हूँ मैं अपनी जिंदगी से !” नीलेश दुखी स्वर मे बोला। ” अरे मेरे भाई अभी … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 4) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” देखिये कैलाश जी हम बच्चो के जन्मदाता है भाग्यविधाता नही हमने अपने बच्चो को लायक़ बना दिया । अब उन दोनो ने एक दूसरे को पसंद किया है तो कुछ सोच समझकर ही ना । रही अमीरी की बात मेरे बच्चो को उसकी लत नही है वो आज भी … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 2) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : अब प्यार का इजहार तो हो गया पर कॉलेज का आखिरी दिन था तो रोज मिलना तो संभव था नही तो अब एक ही जरिया था जिससे उन दोनो का प्यार परवान चढ़ सकता था वो था फोन …तो फोन पर लम्बी लम्बी बाते होने लगी …। दोनो ने भविष्य … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग -1) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : “ये अदालत एक घंटे तक के लिए मुल्तवी की जाती है ।” जज के इतना बोलते ही शांत अदालत मे चहल पहल शुरु हो गई। दोपहर के डेढ़ बजे थे लंच ब्रेक था। जज अपनी कुर्सी छोड़ जा चुके थे। कुछ लोग बाहर आ चाय पी रहे थे कुछ आस … Read more

क्यो कुछ बच्चे संस्कार भूल जाते है – संगीता अग्रवाल  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ” बेटा तुम्हारा मेडिकल मे चयन तो हो गया पर वहाँ बहुत दिल लगा कर पढना और किसी भी चीज की जरूरत हो मुझे फोन कर देना !” नरेन्द्र जी बेटे मानस से बोले।  ” पापा अपने और माँ के सपने को पूरा करने को मुझे जाना तो पड़ेगा पर … Read more

मेरा भी टाइम –  संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ” पापा इन छुट्टियों मे मैं अपने दोस्तों के साथ गोवा जा रहा हूँ मुझे पैसे दे देना ” उनीस साल के आरव ने अपने पापा रजत से कहा। “ठीक है बेटा मैं कल दे दूँगा , श्रीति बेटा तुम्हारा क्या प्लान है ” रजत ने अपनी इक्कीस साल की … Read more

” क्या यही प्यार है ” : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ” सलोनी मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ !” विवेक सलोनी को गले लगाता हुआ बोला। ” मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ विवेक पर हमारे घर वाले कभी हमारे प्यार को स्वीकार नही करेंगे वो तो एक दूसरे के दुश्मन है !” सलोनी चिंतित स्वर मे बोली। ” … Read more

बेटी जैसी बहू- संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” अरी कुसुम कहाँ है?”  कुसुम जी की पड़ोसन शांति जी ने घर में घुसते हुए आवाज़ लगाई। “अरे दीदी आई ।” रसोई से बाहर आते हुए कुसुम जी बोली। “बहु आ गई घर में पर तुझे अभी भी रसोई से छुटकारा नहीं मिला, बहु को सिर पर चढ़ा रही … Read more

गृहलक्ष्मी वो जो रिश्ते सहेजे – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” अरे शकुन्तला क्या क्या बना रही हो इस बार दीवाली पर!  इस बार हमारी गृहलक्ष्मी हमारी बहू रिया की पहली दीवाली है तो कुछ तो खास होना चाहिए इस बार !” घनश्याम जी अपनी पत्नी से बोले। ” कुछ भी बने पर आपको तो नहीं मिलेगा पता है ना … Read more

error: Content is protected !!