हम बूढ़े भले है पर लाचार नही ( भाग 1 ) – संगीता अग्रवाल : short moral story in hindi

अपने घर के एक कमरे मे बीमार पड़ी शारदा जी शून्य मे निहार रही थी । कहने को उनकी बीमारी कोई बड़ी नही थी पर जब मन ही बीमार हो तो तन कैसे बेहतर महसूस कर सकता है ।  ” अम्मा जी लीजिए ये खिचड़ी खाकर दवाई ले लीजिए !” तभी उनके घर काम करने … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 14) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : केशव एक बार तो आवाज़ देते मुझे मैं सब भुला लौट आती पर तुमने तो यूँ मुंह फेर लिया जैसे कोई रिश्ता ही नही था हममे !” मीनाक्षी के दिल से आवाज़ आई। ” मन कर रहा है अभी तुम्हे बाहो मे भर लूँ और कहूँ तुम होती कौन हो … Read more

अपने घर से मायका बन जाने का सफर भाग 3   – संगीता अग्रवाल 

” मम्मी मैं भी तो तरस रही थी अब जल्दी से बढ़िया सा कुछ खिलाओ इतने मैं हाथ मुंह धोकर ये बैग के कपड़े अपनी अलमारी मे लगा कर आती हूँ !” रितिका ये बोलते हुए अपने कमरे की तरफ चल दी।  थोड़ी देर बाद उसने अपनी पसंद का नाश्ता किया और माँ से बाते … Read more

अपने घर से मायका बन जाने का सफर भाग 2  – संगीता अग्रवाल 

बेटी को विदा कर कामिनी जी और सुधीर जी बिलख पड़े रो तो भाई आदित्य भी रहा था पर उसे मम्मी पापा को भी तो संभालना था। बहन की विदाई बाद एकदम से समझदार और जिम्मेदार जो हो गया था। उधर रितिका के ससुराल पहुँचते ही वहाँ खुशी का मौहौल हो गया। कितनी अजीब है … Read more

अपने घर से मायका बन जाने का सफर – संगीता अग्रवाल 

दुल्हन के जोड़े मे सजी रितिका विदाई से पहले अपने पूरे घर को बड़ी हसरत से निहार रही थी। वो घर जो कुछ देर बाद ही उसे छोड़ कर जाना है। अचानक उसकी निगाह हलवाइयों का हिसाब निमटाते पिता पर गई एक दिन मे ही कितनी मायूसी छा गई उनके चेहरे पर अपनी लाडो को … Read more

” समाज सेविका ” : Moral Stories in Hindi

समाज सेविका नलिनी को एक अनाथाश्रम का फीता काटने को बुलाया । फीता कटाने के बाद उनसे दो शब्द बोलने को कहा गया। ” भाइयो और बहनो तथा सभी प्यारे बच्चो मेरा जीवन तो गरीबो को समर्पित है । जब देखती हूँ किसी गरीब बच्चे को भूख से व्याकुल होते , या किसी छोटू को … Read more

किस्मत या धोखा (भाग 2 )- संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सब कुछ कितना अच्छा था सब सुगंधा के नाज़ भी उठा रहे थे बड़ा घर , इतना अच्छा पति पर क्या जो दिखता है वो हमेशा सच होता है ? कुछ दिनों बाद सुगंधा ने महसूस किया आलोक काफी कमजोर होता जा रहा है सुगंधा ने दो तीन बार आलोक … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 13) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” बेटा मुझे माफ़ कर दे मैने ये सब सिर्फ तुम दोनो को एक करने को किया था लेकिन मुझे पता होता केशव यहाँ आया है तो मैं नवीन को कभी सामने आने ना देता उसके !” सुरेंद्र जी सोफे पर बैठते हुए दुखी स्वर मे बोले। ” पापा आपने … Read more

#आशीर्वाद ( चिंकी ) -संगीता अग्रवाल । : Moral Stories in Hindi

“ये किसे उठा लाई ” शालिनी जो मंदिर गई थी को एक दो साल की बच्ची के साथ घर मे घुसते देख उसकी सास दुर्गा देवी चिल्लाई। ” माँ जी ये बच्ची मुझे मंदिर की सीढ़ी पर बैठी मिली बहुत रो रही थी मैने इससे इसकी माँ के बारे मे पूछा पर ये कुछ ना … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 12) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : वक्त अपनी रफ़्तार से गुजर रहा था और मीनाक्षी को केशव का घर छोड़े दो महीने होने को थे । पर अब एक बात अच्छी थी कि केशव और मीनाक्षी रोज फोन पर बात करते थे । हफ्ते मे एक बार दोनो मिल भी लेते थे किन्तु मीनाक्षी अभी थोड़ा … Read more

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