छालू नहीं शालू – लतिका श्रीवास्तव
….सहमी सहमी सी थी वो जब मैंने उसे बुलाया तो बहुत झिझक रही थी काफ़ी कुरेदने के बाद जब उसने मुंह खोला तो सारे बच्चे ठहाका लगा कर हंस पड़े ….वो फिर से सहम कर अपने में सिमट गई थी….. शालू नाम था उसका …बहुत ही शालीन पर सहमी सी वो लड़की पूरी क्लास के … Read more