ये तो प्रेम की बात है…

नहीं भाभी इस बार छुट्टियों में सोनाली को कंप्यूटर और गिटार की कोचिंग करना है तो हम लोग गांव नहीं आ पाएंगे..! देवरानी प्रियंका फोन पर कह रही थी और मोनाली बार बार पूछ रही थी मां क्या कहा चाची ने कब आ रहें हैं वो लोग सोनाली ने मेरे जन्मदिन पर आने का पक्का … Read more

अंतिम समय : short motivational Stories in hindi

पीयूष बेटा तेरे पिता तुझे बहुत याद कर रहे हैं अंतिम समय में तुझे देखना चाहते हैं एक बार आ जा बेटा….दमयंती जी करुणा विगलित स्वर में अपने इकलौते चिराग पियूष से प्रार्थना कर रहीं थीं। मां कोशिश कर रहा हूं कंपनी में छुट्टी पहले से लेनी पड़ती है ऐसे अचानक नही ले सकता इतनी … Read more

नियति तेरे करतब कमाल..

…..all the world is a stage and every man and woman is merely player…. कितना सही लिखा है ग्रेट शेक्सपियर ने ….इस संसार रूपी रंगमंच पर हर व्यक्ति को नियति द्वारा निर्धारित अलग अलग भूमिकाएं रोल दिए गए हैं अलग अलग किरदार हैं…. पर्दा खुलता है अभिनय शुरू हो जाता है ….चलता रहता है अभिनय  … Read more

छलावा – लतिका श्रीवास्तव | best hindi story

हताश निराश अदिति तेजी से अपना सामान पैक कर रही थी..हड़बड़ी में जितनी तेजी से वो अपना सूटकेस ठूंस रही थी उतनी ही तेजी से वो बड़बड़ाती भी जा रही थी। अरे मैडम कहां की तैयारी कर ली आपने सुबह सुबह ही और अपनी इस खासम खास दिलो जान से प्यारी सहेली भावना उर्फ भूनु … Read more

थोड़े से इंसान बने रहिए – लतिका श्रीवास्तव

….ट्रेन की रफ्तार और कानों में लगे ईयर फोन पर म्यूजिक की रफ्तार …. आहा लगता है मानो जिंदगी यही है बस यहीं थम जाए….सच में यात्रा करने में एक सुख तो यही मिल जाता है  ऑफिस जाने तैयार होने मेट्रो पकड़ने का कोई टेंशन नहीं …आराम से आराम ही करते रहो…! आकाश बहुत मगन … Read more

अपनी अपनी आदत है..! – लतिका श्रीवास्तव

….. प्रफुल्ल जी अभी नए ही हैं इस ऑफिस में और कितनी कुशलता से सारा कार्य बखूबी समझ भी गए और ये प्रोजेक्ट जो एक महीने में पूर्ण होने वाला था उनकी अनवरत लगन और क्षमता से महज पंद्रह दिनों में पूर्ण कर लिया गया है हमें गर्व है उनकी काबिलियत पर …आज का ये … Read more

रिश्तों की स्पष्टता – लतिका श्रीवास्तव

मोबाइल उठा कर हेलो कहते ही दूसरी तरफ से राजन की झुंझलाती आवाज आई अरे यार जल्दी बोलो कुछ जरूरी बात है क्या …टाइम नहीं है मेरे पास सांस लेने का भी….बस इतना सुन कर ही शिखा ने मोबाइल ऑफ कर दिया ….पूरा मूड खराब हो गया था उसका… राजन की व्यस्तता!!! कम तो कभी … Read more

बेजोड़ अदाकारा – लतिका श्रीवास्तव

…..वो कोई अदाकारा नहीं है ना ही कहीं से उसने अभिनय की ट्रेनिंग ली है लेकिन उसका हर अभिनय बेजोड़ है कोई भी रोल दे दो बेहतरीन तरीके से निभाना आता है उसे…कभी भी किसी भूमिका को निभाने से इंकार नहीं किया उसने बल्कि अन्य किरदारों की भूमिका भी निभाने को सहर्ष निःशर्त  तैयार रहती … Read more

माफी की खुशबू – लतिका श्रीवास्तव

प्रतिदिन की भांति ही आज भी  प्रेयर हुई समाचार वाचन फिर नीति वाक्य बोले जा रहे थे…एक बच्ची ऋतु बहुत उत्साह से माइक पर बोल रही थी “……माफी तो वो खुशबू होती है जो एक फूल उन्हीं हाथों में छोड़ जाता है जिन हाथों ने उसे तोड़ा होता है….इसलिए जीवन में हमेशा माफी मांगने और … Read more

 ईमानदार कोशिश – लतिका श्रीवास्तव

आज फिर भोजन कक्ष में हंगामा बरपा था…भोजन से भरी थालियां जमीन पर औंधी पड़ीं थीं  दाल से भरे गंज में तिलचट्टे तैर रहे थे सब्जी से दीवाल पर चित्रकारी की गई थी   और रोटियां तो टेबल मैट बन गई थीं…..मृदुला जी जब तक वहां पहुंचीं खाना पकाने वाले त्रस्त होकर भाग चुके थे … Read more

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