“कलयुगी अन्याय – कविता भड़ाना
अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए सुरेंद्र जी गहरी सोच में थे, चोटों की वजह से पूरा शरीर भयंकर दर्द कर रहा था पर शरीर की चोटों से अधिक उनका मन आहत था। पांच भाईयो में सबसे छोटे और सबसे अधिक सेहतमंद सुरेंद्र ने कभी सपने में भी नही सोचा था की उनके सगे भाई … Read more