अंधेरे में खिली मुस्कान – ज्योति आहूजा: Moral Stories in Hindi
धनिया रोज़ की तरह काम पर जाने से पहले बेटी से कहते हुए, “नूरी चिटकनी लगा ले बेटा।इतने में बेटी हाथ में एक फूल देते हुए कहती है।”मां! आज तू आराम कर।आज तेरा जन्मदिन है ना।आज बर्तन मैं मांज कर आयूंगी तेरे घरो के। अरे!” आज मेरा जन्मदिन है।हैरान होती धनिया ने कहा। हां मां।आधार … Read more