चक्रव्यूह – अर्चना सिंह : Moral stories in hindi

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घर में बहुत गहमा गहमी चल रही थी, काफी दिनों से हालात ठीक नहीं नजर आ रहे थे। चीकू अपने कमरे में सुस्त पड़ा अंदर ही अंदर सोच रहा था कि माँ ने आवाज़ लगाई, चीकू बेटा! जल्दी उठो, हमें देर हो रही है। चीकू ने बहुत रूखे स्वर में कहा नहीं जाना मुझे जो … Read more

खुशहाल मायका –  अर्चना सिंह : Moral stories in hindi

New Project 39

नीलम जी एक कुशल गृहणी और काफी व्यावहारिक महिला थीं । उनके पति सेवा निवृत्त हो चुके थे । उसके बाद नीलम जी की आकस्मिक दुर्घटना में मृत्यु हो गयी । एक सूत्र में पिरोए रखने वाली जब परिवार को अकेले छोड़कर चली गयी तो सबसे ज्यादा तनावग्रस्त उनके पति प्रशांत जी थे । दुःख … Read more

औकात – अर्चना सिंह : Moral stories in hindi

New Project 89

आँगन की रस्सी पर कपड़े सुखाने के लिए डालते हुए मधु की माँ बीच – बीच मे मधु को मनुहार करते हुए बोलती जा रही थी..”बहुत अच्छे व धनी सम्पन्न लोग हैं, कर ले ब्याह । मैं भी निश्चिंत हो जाऊँगी । मधु आईने में देखकर चोटी बना रही थी और माँ की बातों को … Read more

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