चक्रव्यूह – अर्चना सिंह : Moral stories in hindi
घर में बहुत गहमा गहमी चल रही थी, काफी दिनों से हालात ठीक नहीं नजर आ रहे थे। चीकू अपने कमरे में सुस्त पड़ा अंदर ही अंदर सोच रहा था कि माँ ने आवाज़ लगाई, चीकू बेटा! जल्दी उठो, हमें देर हो रही है। चीकू ने बहुत रूखे स्वर में कहा नहीं जाना मुझे जो … Read more