बैरी पिया (भाग दो ) -अनुपमा

भाग एक अब तक आपने पढ़ा की सुरजीत की शादी राजवीर से हो जाती है और राजवीर कनाडा वापिस चला जाता है वहां से कुछ दिन तक तो लगातार संपर्क मैं रहता है परंतु वो सुरजीत को कनाडा ले जाने की बात को हमेशा टालता ही रहता है और धीरे धीरे राजवीर के फोन आने … Read more

मैं नहीं मरूँगी – प्रीती सक्सेना

आज रिजल्ट आने वाला है, जल्दी से सायबर कैफे जाकर, देखूं, कितने नंबर आए हैं, अच्छा कॉलेज मिलेगा कि नहीं, हे भगवान साथ देना, खूब अच्छे नंबर आएं मेरे, वरना क्या करुंगी मैं, कैसे मम्मी पापा को चेहरा दिखाऊंगी मैं, गवर्नमेंट कॉलेज नहीं मिला, तो पापा बड़ी भारी फीस कैसे भर पाएंगे, बेचारी मम्मी गिनी … Read more

बैरी पिया

सुरजीत के लिए लड़का देखना चालू कर दो  अब तो उसका कॉलेज भी पूरा हो गया है और उसका बेकिंग का काम भी किन्ना सोणा चल रहा है । मंजीत ने अपने पति से जब ये कहा तो मिस्टर कुकरेजा सोच मैं पड़ गए ,इकलौती कुड़ी है सुरजीत उनकी कितने नाजों से पालपोस के बढ़ा … Read more

मुझे भी जीना है! – रीमा महेंद्र ठाकुर 

कार दरवाजे पर आकर खडी हो गयी थी, कला का मन बार बार उधर ही जा रहा था! नयी बहू आयी थी “ पर वो खुद को रोके हुए थी! वजह उसका विधवा होना, अंश उसका इकलौता बेटा था! नीचे बहू परछन की तैयारी हो रही थी! बड़ी ननद ने सारा जिम्मा लिया था और … Read more

चाय की अंतिम प्याली – अनिता वर्मा

ऐसा नही है कि पहली बार पत्नी “स्वाति”के बिना  अकेले सो रहा था कई बार ऑफिस के काम से बाहर जाता था पर आज पहली बार ,अपने  शयनकक्ष  मे अकेले सो रहा था रात के 2 बज गए थे पर गौरव की आँखों मे नींद का पता ही नही था । सोचता रहा ना जाने … Read more

सहारा – अनुपमा

आभा का फोन बार बार बजता ही जा रहा था , मीटिंग मे  थी और फोन साइलेंट पर , उसे कुछ पता ही नही चला । मीटिंग के बाद जैसे ही आभा ने अपना फोन चेक किया वो परेशान हो गई , इतने सारे मां के मिस कॉल आखिर क्या हो गया? मां को वापिस … Read more

अजन्मे बेटी का दर्द – रीता मिश्रा तिवारी

मेरा सिर थोड़ा भारी सा लग रहा है। थोड़ा आराम कर लेती हूं कह सुषमा बिस्तर पर लेट गई , लेटते ही उसे नींद आ गई। मां, पापा! मैं जन्म ले कर इस दुनियां में आना चाहती हूं। देखना चाहती हूं प्राकृतिक सुंदरता को। महसूस करना चाहती हूं तुम्हारे स्पर्श को। तुम्हारी गोद में सुकून … Read more

बच्चो को ना…ना बाबा ना – पूजा मनोज अग्रवाल

      संयुक्त परिवार की बड़ी बहू हूं मैं , सास – ससुर  , मैं , मेरे पति ,मेरे देवर – देवरानी और हमारे परिवार के  भोले – भाले 3 बेटे और सीधी -साधी 1 बेटी …. हमारे परिवार में बहुत प्यार है,  तो ये चारो बच्चे हमारे साझे के हैं । न तेरे  ना मेरे ……हमारे  … Read more

ननद नहीं बहन है मेरी – अनुज सारस्वत

#ननदरानी  “अरे छुटकी देख बुआ हूं मैं तेरी बोल बुआ” अनामिका ने अपने छोटे भाई की नवजात बिटिया को हाथ में लेते हुए प्यार से दुलारते हुए कहा, आज अनामिका बहुत खुश थी उसके चहेते  भाई के बिटिया जो हुई थी, खुशी के मारे पागल हुए जा रही थी सबको बोल रही थी, वहीं पड़ोस … Read more

दृढ़ संकल्प – कंचन श्रीवास्तव

दिव्या ने प्रण किया कि वो बुद्ध बनेगी यदि वो तीनों लोक नाप सकती है तो फिर बुद्ध क्यों नहीं बन सकती माना दादी , बुआ ,मां सबने अपना जीवन यूं ही निछावर कर दिया । पर मैं न  किसी की नज़रों से अपने देह को नापने दूंगी न हैवानियत का शिकार बनूंगी। अपने अंदर … Read more

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