और जिंदगी मुस्कुरा उठी…. – संगीता त्रिपाठी

आज रेवती जी फिर उसी चौखट पर खड़ी थी, जहाँ कई साल पहले वो दुल्हन बन कर आई थी..। इन पांच सालों में कुछ नहीं बदला, दरवाजे का नीला रंग जरूर इन पांच सालों में थोड़ा बदरंग हो गया…,उनकी जिंदगी की तरह….,दरवाजा खोल कर सासू माँ मुँह फिरा चली गई.. वो पैर ही न छू … Read more

एक ऐसी भी जिंदगी – बालेश्वर गुप्ता

अरे छमिया मान भी जा,क्यूँ अपनी जवानी खराब कर रही है।अब रामू नहीं आयेगा।मेरी बात मान चल मेरी खोली में चलकर रह,वही मजा करेंगे।        देख गबरू मैंने तुझसे पहले भी कहा है,मैं नही तेरे साथ जाने वाली।देखना मेरा रामू जरूर आयेगा।        खूब सोचले छमिया,मेरे साथ ऐश करेगी,कल ही अपनी खोली में टीवी भी लगवा लिया … Read more

मेहनत के दम पर, बदली जिंदगी  – रोनिता कुंडू

अम्मा..! कल मेरा जन्मदिन है… मुझे भी रानू जैसी फ्रॉक पहनना हैं.. मासूम मुन्नी ने अपनी मां शारदा से कहा… शारदा:   बेटा…! यह गलत बात है… मैंने क्या सिखाया है तुम्हें…? कभी किसी की बराबरी नहीं करनी चाहिए… खासकर तो रानू बेबी की… बेटा..! उनकी जिंदगी अलग है और हमारी अलग… हम उनकी बराबरी … Read more

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