पिछले जन्म का रिश्ता – सुषमा यादव

,,उसका पिछले जन्म का है , मुझसे रिश्ता कोई, ,,वो कौन थी,, जो हमेशा के लिए एक दर्द दे गई।। मेरी दोनों बेटियां बोर्डिंग स्कूल नैनीताल में पढ़ने चली गईं थीं । मैं जब स्कूल से घर आती, तो बच्चों के बिना घर सूना देखकर बस रोने को मन करता,,सात,सात वर्ष की बच्चियों के चले … Read more

“मिर्ची की धाँस में पनपते रिश्ते” – अनु अग्रवाल

भाभी………. क्या आपको भी किचन में से मिक्सी की आवाज़ आ रही है”- अभी कुछ दिन पहले ही ब्याह कर आयी शीना की देवरानी धरा ने शीना से पूछा। “हाँ………लगता है……….माँजी मसाले पीस रही हैं। उनकी तो आदत है…….अब इस उम्र में नींद तो आती नहीं है….तो रसोई में ही कुछ न कुछ करती रहती … Read more

कुछ रिश्तों का कोई नाम नहीं होता – पुष्पा पाण्डेय

कुछ रिश्तों का कोईनाम नहीं होता कुछ रिश्तों का कोईनाम नहीं होता कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिसका कोई नाम नहीं होता और वह अपनों से भी बढ़कर होता है। ऐसा ही एक रिश्ता था माधव और राधिका का। जब राधिका शादी करके आई थी तो माधव घर का टहलुआ था। कहने को तो वह … Read more

एक प्यारा रिश्ता – नंदिनी

एक अबोध बालक उम्र होगी लगभग  5 से 6 वर्ष  ,बस स्टैंड पर भीड़ के चलते अपने  परिवार से बिछड़ गया । उसका परिवार मेहनत महदूरी करके पेट भरता था किसी ने कहा फलां जगह मजदूरी का काम है अच्छा ,तो चल पड़ा परिवार पोटले बांध कर , भीड़ में हाथ छुटा तो मिला ही … Read more

बेनाम रिश्तों का अनोखा एहसास – पिंकी सिंघल

कुछ लोग अपने होकर भी पराए लगते हैं… कुछ अनजानों से दिल का रिश्ता बन जाता है.. किसी ने सच ही कहा है कि हमारे जीवन में कुछ रिश्ते हम स्वयं नहीं बनाते अपितु ऊपरवाला हमारे लिए बना कर भेजता है ।ऐसा ही एक रिश्ता होता है दोस्ती का रिश्ता। माना कि दोस्ती के लिए … Read more

प्यारा रिश्ता – गुरविंदर टूटेजा

   मेहर ने मम्मी को मनाते हुए बोला….मम्मा एक बार मिलिये तो आप सहज से बहुत अच्छा है पापा को भी बताइये ना…!! हाँ मम्मी दीदी सही कह रही है मैं भी मिला हूँ बहुत अच्छा है…!! अच्छा बेटा इस बारें में तुमकों भी पता था…!!  थैंक यू मानव मेरा साथ देने के लिए कहते हुए … Read more

एक रिश्ता ऐसा भी – रोनिता कुंडू

क्या हुआ विमला..? सुबह से दरवाजे पर नज़रे टिकाई हो… वह तो अब ससुराल गई… उसकी आस अब छोड़ दो… हमदर्दी का रिश्ता था, कोई अपनी तो थी नहीं… और वैसे भी तुम उसकी शादी में नहीं गई, नाराज़ भी तो होगी…? सरला जी ने विमला जी से कहा… इतने में एक लड़की दुल्हन के … Read more

रिश्ते – डा. नरेंद्र शुक्ल

पूरे सात वर्षों के बाद मनोहर अपने गॉंव चाचा के पास जा रहा था । चाचा नेे उसे जरूरी काम से बुलाया है । क्या काम हो सकता है ? चाचा ठीक तो है ? उसके मन में कई प्रशन उभर रहे थे । उसके चाचा इस धरती पर उसके लिये भगवान द्वारा भेजे हुये … Read more

डेस्टिनी – मधु मिश्रा

“मम्मी! 16 ता. को हमारे नये घर की प्रतिष्ठा है, पूजा में आप ज़ल्दी आ जाना न.. वैसे तो निखिल भी फ़ोन करेंगे आपको… कब आओगी आप कन्फर्म हो जायेगा तो बताना, मैं रिजर्वेशन करवा दूंगी…इस बार , दो चार दिनों की छुट्टी एक्स्ट्रा लेकर आना न मम्मी .. मैं साथ रहना चाहती हूँ आपके… … Read more

 अनजान मंजिल – बालेश्वर गुप्ता

 अरे रमा तुझे क्या हुआ ,सुबह तक तो ठीक थी?      कुछ नही ललिया, हॉस्पिटल तक गयी थी,सब ठीक हो गया है।     क्या ठीक हो गया है? मुझे वो ही हो गया है, जो झुमरी को हुआ है, मुझे भी एक ग्राहक मिल गया है, ललिया, डॉक्टर साहब  पूरे दो लाख रुपये दिला देंगे,और नौ महीने … Read more

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