सत्तू है तो सस्ता मगर हम सभी जानते हैं कि यह बहुत गुणकारी है, सत्तू जौ का भी होता है और चने का भी। फाइबर से भरपूर, इसमें आयरन, प्रोटीन भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। गर्मी के मौसम में कहीं बाहर लू के थपेडों के बाद घर लौट कर थोड़ा सा सत्तू ले लें तो बहुत तरावट महसूस होती है। सत्तू एक फुल मील भी है। किसी भी समय इसका सेवन कर सकते हैं।
सत्तू दही, दूध या पानी में चीनी, गुड़ या शक्कर अपने स्वादानुसार घोल कर खाया जा सकता है। सत्तू का चीला,परांठे या कटलेट भी बनाये जा सकते हैं। आईये आज मैं आपको “सत्तू की कचौरी “ बनाने की विधि बताती हूँ, मुझे विश्वास है कि आपको मेरी रेसिपी जरूर पसंद आएगी।
सत्तू की कचौरी
सामग्री-:
दो कप गेहूँ का आटा
आधा कप सत्तू
दो आलू उबाल कर कसे हुए
थोड़ा सा कसा हुआ अदरक
एक बड़ा चम्मच कुटा धनिया पाउडर
लाल मिर्च स्वादानुसार
आधा छोटा चम्मच अमचूर पाउडर
एक बड़ी चम्मच सौंफ दरदरी
आधा छोटी चम्मच कलौंजी
नमक स्वादानुसार
रिफाइंड तलने के लिए
विधी-:
गेहूँ के आटे में नमक और एक बड़ा चम्मच रिफाइंड या देसी घी डाल कर मांड लें पूरी के आटे से थोड़ा नरम रखें, गीले कपड़े से ढक दे।
मिश्रण
सत्तू, आलू और सूखा मसाला मिला लें।
कडाही में तेल गर्म करें|
नींबू के बराबर आटे की लोई बना कर थोड़ा मिश्रण भरें,
गोल कर के कचौरी बेल लें, गर्म तेल में फुला कर दोनों तरफ़ से सेंक लें।
आलू के रसे, खट्टे मीठे कद्दू, बूंदी के रायते, अदरक और मूली के लच्छे के साथ गरमागरम कचौरी सर्व करें। और हाँ कचौरी के साथ केसरिया खीर बनाना ना भूलें।
दोस्तों! मेरी कचौरी की रेसिपी एक बार जरूर ट्राई करें, और,कोई कमी रह गई हो तो जरूर बताएं, आपके कमेंट्स का इंतजार रहेगा। धन्यवाद।
कुमुद मोहन