दोस्तों जैसे कि हम सबको पता है कि कोरोना वायरस के देश में महामारी के हालात पैदा कर दिया है, जिसके कारण पूरे देश में लॉक डाउन किया गया है, इसके कारण गरीब और मजदूर लोगों में डर का माहौल पनप चुका है। वह अपने शहर के घरों से निकलकर अपने पैतृक गांव में जाने के लिए पैदल ही निकल चुके हैं, जिसके कारण उन्हें बहुत ही कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के दुख को देखते हुए आज प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से माफी मांगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सक्षम वर्ग से यह आह्वान किया कि हम लोगों को मिलकर इस संकट की घड़ी में गरीबों भूखे और मजदूरों को सहायता करनी चाहिए यही हमारे भारतीय संस्कार हैं हम वसुधैव कुटुंबकम की बात करने वाले लोग हैं हमारी संस्कृति दूसरों को सहायता करना सिखाती है।
माननीय प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से कोरोना वायरस से निजात के लिए हमारे देश के डॉक्टरों की सलाह मानने के लिए कहा और उन्होंने यह भी अपील की कि आप लोग पूरी तरह से लॉक डाउन का पालन कीजिए कोरोना हारेगा। उन्होंने जनता से यह भी अपील की कि ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है सरकार किसी को भी तकलीफ नहीं होने देगी।
आज मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता के लिए 10 खास बातें बताई:-
- माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी ने देश की जनता को अपने कार्यक्रम मन की बात में कहा कि हमारे पास लॉक डाउन करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था अगर हमें अपने देश के 130 करोड़ जनता को इस कोरोना वायरस से बचाना है तो लॉक डाउन का पालन करना ही होगा।
- प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से माफी मांगा है उन्होंने कहा कि मेरी वजह से आप सब लोगों को जो भी कठिनाई हुई है उसके लिए मैं माफी मांगता हूं और उन्होंने आशा व्यक्त की कि देश की जनता उन्हें माफ कर देगी उन्होंने साथ ही यह भी कहा महामारी के प्रकोप फैलने से पहले अगर हम उससे नहीं निकलेंगे तो बीमारी असाध्य हो जाएगी और फिर यह हम आप और सरकारों के बस की बात नहीं होगी उसको रोक पाना।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोनावायरस पूरी दुनिया में एक चुनौती बनकर आया है इसने पूरे मानव जाति को तबाह कर देने की जैसे जिद कर लिया है लेकिन हम इससे डरने वाले नहीं हैं हमने भी एक संकल्प लिया है कि हम इसका खात्मा करके ही रहेंगे।
- देश के प्रधानमंत्री ने देशवासियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की उन्होंने कहा कि लॉक डाउन वाली लक्ष्मणरेखा का पालन करना ही होगा।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहां अभी भी बहुत सारे लोग हैं जो इस नियम का पालन नहीं कर रहे हैं, उन लोगों से उन्होंने आग्रह किया अगर वह लोग लॉक डाउन का पालन नहीं करेंगे तो इसकी वह बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और उनकी गलतियों की सजा पूरे देश को भुगतना पड़ेगा इसीलिए इस लॉक डाउन को लोग गंभीरता से लें और इसका पालन करें इसके लिए सभी राज्यों और राज्य के पुलिस अधिकारियों से भी निवेदन किया है कि वह जनता को लॉक डाउन का पालन करवाएं।
- प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे देश के वीर योद्धा डॉक्टर नर्स कंपाउंडर और पैरामेडिकल स्टाफ सबको एक बार सलाम किया है और लोगों से कहा है कि हमें इन से प्रेरणा लेनी चाहिए वो लोग डट कर इसको कोरोना वायरस जैसे दुश्मन से मुकाबला कर रहे हैं हमें उनका साथ देना चाहिए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान ही कुछ स्वस्थ कर्मियों से भी फोन पर बात की।
- आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी ने हैदराबाद के एक आईटी स्पेशलिस्ट राम गंपा से भी फोन पर बात की राम गंपा ने प्रधानमंत्री को बताया कि वह आईटी सेक्टर की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए दुबई गए थे और दुबई से वापस लौटते ही उन्हें बुखार महसूस हुआ तो उन्होंने हैदराबाद में ही एक हॉस्पिटल में कोरोना का परीक्षण करवाया जिससे उनमें संक्रमण की पुष्टि हो गई और राम गंपा ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरों की देखरेख में अपना इलाज कराया और 14 दिन के बाद ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी लेकर अपने घर आ गए।
- प्रधानमंत्री ने राम गंपा के अनुभवों से देश को शपथ लेने की बात कही और देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि राम गंपा ने डॉक्टरों के हर उस निर्देश का पालन किया जो डॉक्टरों ने बताया तभी उन्होंने आज कोरोना जैसे खतरनाक वायरस पर विजय पाया और आज स्वस्थ होकर देश को दिखा दिया कि आदमी चाहे तो इस कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी से भी निजात पा सकता है।
- प्रधानमंत्री अपने हर ट्वीट में या आज मन की बात में कहा कि इस बीमारी से निजात पाने के लिए हमें सामाजिक दूरी बनाना ही पड़ेगा इसके अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को यह भी कहा कि सामाजिक दूरी बढ़ाने का मतलब यह नहीं है कि सामाजिक संपर्क खत्म कर दिया जाए बल्कि हमें एक दूसरे से फिजिकल दूरी मेंटेन करना है लोगों से मिलना नहीं है अपने घरों में रहना है आप अपने रिश्तेदारों मित्रों से फोन पर बातें कीजिए लेकिन अभी एक दूसरे के आसपास नहीं आए तो यह हमारे देश के लिए अच्छा होगा और उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इस संकट की घड़ी में हमें भूखे मजदूरों की मदद करनी चाहिए।
- आखिर में प्रधानमंत्री ने मन की बात में लोगों से कहा कि जब मैं अगली बार अपने कार्यक्रम मन की बात में आप लोगों से अपना अनुभव साझा करूंगा तब तक हम इस कोरोना जैसे राक्षस को पराजित कर चुके होंगे। यही आशा और विश्वास के साथ आप लोगों से विदा लेता हूं और आप सभी देशवासियों को यह शुभकामना देता हूं कि जल्द से जल्द इस महामारी से हम निजात पाएं और हमारा देश खुशहाल और स्वस्थ रहे।